उत्तर प्रदेश के चीफ सेक्रेटी दुर्गा शंकर मिश्रा ने गोरखपुर के विकास की रफ्तार के साथ-साथ स्वास्थ्य सेवाओं का हाल जाना. वहीं अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अपर मुख्य सचिव वन और अनीता देसाई हेड न्यूरोवायरोलाजी निमहंस बैग्लौर के साथ जानकारी ली. उसके बाद एम्स 100 बेड वार्ड आरएमआरसी लैब व बीआरडी मेडिकल कालेज के 500 बेड वार्ड निरीक्षण किया. इस दौरान पब्लिक को मिलने वाली स्वास्थ्य सुविधाओं के बारे में जानकारी ली.


(प्रांजल साहू)। चीफ सेक्रेटी ने बुधवार को सबसे पहले एम्स का निरीक्षण किया। एम्स की निदेशक के द्वारा चीफ सेक्रेटी को एम्स द्वारा स्वास्थ्य के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यो के बारे में विस्तृत जानकारी ली। इस दौरान एम्स की निदेशक ने बताया कि एम्स में 15 प्रकार की समान ओपीडी संचालित हैं। अभी तक 8 लाख 56 हजार 820 मरीज का इलाज किया जा चुका है। साथ ही 300 बेड का आईपीडी संचालित है। 450 बेड का वार्ड बहुत ही जल्द संचालित हो जाएगा इसके साथ ही एम्स में इलाज के लिए आनलाईन पंजीकरण की सुविधा उपलब्ध है। इसमें मरीज ऑनलाइन पंजीकरण कराकर अपना इलाज करा सकते हैं। इसके अलावा एम्स लगातार स्वास्थ्य के क्षेत्र में जागरूकता के लिए भी कार्य कर रहा है।जेई-एईएस को लेकर दी जानकारी
इसके बाद चीफ सेक्रेटी ने बीआरडी मेडिकल कालेज एवं आईएमआरसी का निरीक्षण कर वहां के कार्यो को देखा। निरीक्षण के बाद बीआरडी मेडिकल कालेज में प्रिंसिपल डॉ। गणेश कुमार द्वारा जेई-एईएस के रोकथाम के लिए किए गए कार्यो के बारे में जानकारी दी गई। प्रिंसिपल ने जेई-एईएस से निपटने के लिए मैन पावर और इसके साफ-सफाई के साथ-साथ जागरुकता अभियान की जानकारी दी। बीआरडी मेडिकल कालेज में लगातार सुविधाओं की बढोत्तरी की जा रही है। जेई-एईएस को जड़ से समाप्त करने के लिए कार्य किया जा रहा है। मुख्य सचिव ने निर्देश दिया कि जेई-एईएस को जड़ से समाप्त करने के लिए आईएमआरसी के साथ मिलकर कार्य करें। एम्स द्वारा आम लोगो को जागरूक करने के लिए क्या करें ? क्या न करं ?े इसके बारे में भी प्रचार प्रसार किया जाए। मीटिंग के दौरान कमिश्नर रवि कुमार एनजी, डीएम विजय किरण आनंद सहित सीनियर आफिसर्स मौजूद रहें।

Posted By: Inextlive