-नौसड़ से कालेसर तक नौ किमी फोरलेन निर्माण का कार्य शुरू

-डीबीएम के तहत 16 करोड़ की लागत से बनाई जा रही सड़क, गोरखपुर से लखनऊ का सफर होगा आसान

-पीडब्ल्यूडी को छह माह के अंदर सड़क तैयार करने का मिला टारगेट

गोरखपुर से लखनऊ तक जनवरी से वाहनों के फर्राटा भरने की उम्मीद है। अब दस मिनट में आधे घंटे का सफर तय कर सकेंगे। क्योंकि पीडब्ल्यूडी नौसढ़ से लेकर कालेसर तक की जर्जर सड़क को नए सिरे से तैयार कर रहा है। नौ किमी तक फोरलेन सड़क निर्माण कार्य कराया जा रहा है। इस सड़क को बनाने में 16 करोड़ रुपए की मंजूरी पहले ही मिल चुकी है। यह कार्य डीबीएम के तहत कराया जा रहा है। इस सड़क को तैयार करने के लिए पीडब्ल्यूडी को छह माह का टारगेट दिया गया है। पीडब्ल्यूडी के मुताबिक अभी तक करीब तीन किमी तक सड़क बन कर तैयार किया जा चुका है। इसमें डिवाइडर की ऊंचाई बढे़गी और सड़क के दोनों तरफ सीसी नाले का भी निर्माण कराया जा रहा है। छह किमी का कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है। उम्मीद है कि जनवरी माह तक यह सड़क बन कर तैयार हो जाएगा।

गोरखपुर से कालेसर तक की सड़क काफी जर्जर हो चुकी थी। एक माह पूर्व प्रमुख सचिव पीडब्ल्यूडी नितिन रमेश गोकर्ण ने जर्जर सड़क को लेकर नाराजगी जताई थी। गोरखपुर शहर में प्रवेश के दौरान खराब सड़क से लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इंजीनियर्स को तत्काल प्रपोजल बनाकर भेजने का निर्देश दिया था। पीडब्ल्यूडी के इंजीनियर्स ने तेजी दिखाते हुए लगभग 16 करोड़ का प्रपोजल बनाकर मंजूरी के लिए हेडक्वार्टर को भेज दिया। इसमें सड़क के दोनों तरफ नाला निर्माण किया जाना है ताकि बारिश में जलभराव से सड़क टूटें नहीं। डिवाइडर की ऊंचाई बढ़ाने आदि का कार्य शामिल है।

नौसढ़ से कालेसर तक करीब नौ किमी सड़क पूरी तरह से जर्जर हो चुकी थी। जगह-जगह गढ्डे हो गए थे। दरअसल डिवाइडर पर गीडा प्रशासन ने स्ट्रीट लाइट लगाई है। कमजोर और कम ऊंचाई के डिवाइडर के चलते स्ट्रीट लाइन का पोल ट्रकों की टक्कर से टेढ़ा हो जाता है। इसके बाद सड़क की हालत दुरूस्त करने के लिए पीडब्ल्यूडी ने इंस्टीमेट तैयार कर मुख्यालय को मंजूरी के लिए भेजा। शासन के हरी झंडी के बाद लगभग 16 करोड़ रुपए बजट मिलने के बाद निर्माण कार्य तेजी से शुरू कर दिया गया है। पीडब्ल्यूडी के मुताबिक अभी तक तीन किमी तक का कार्य पूरा कर लिया गया है। छह किमी तक सड़क का कार्य चल रहा है।

वर्जन

नौसड़ से कालेसर नौ किमी फोरलेन का कार्य तेजी से चल रहा है। डीबीएम के तहत से कार्य किया जा रहा है। इसके लिए 16 करोड़ रुपए मिल चुका है। इस फोरलेन का कार्य पूरा होने में अभी छह माह लग सकता है। इसके बन जाने से लोगों की दिक्कत नहीं होगी।

एसपी श्रीवास्तव, एई पीडब्ल्यूडी

Posted By: Inextlive