हम तो सिटी के हैं हमें कुछ नहीं हो सकता है. खतरा तो रूरल एरिया में रहने वाले लोगों को है. उन्हें एहतियात बरतने चाहिए. अब तक इस गुमान में रहने वाले शहरी लोग इस समय सबसे ज्यादा कोरोना वायरस की चपेट में हैं. बाहर लापरवाह होकर निकलने वाले हर शख्स को कोरोना ने अपनी चपेट में ले लिया है और लगातार इसकी संख्या बढ़ती ही जा रही है. ज्यादा मालूमात भी लापरवाह बना सकती है और कभी नुकसान पहुंचा सकती है यह गोरखपुर शहर के लोग सच कर रहे हैं. रूरल इलाकों में फिर भी अशिक्षा है और अवेयरनेस की कमी है बावजूद इसके शहर में केस की रफ्तार रूरल एरिया के मुकाबले काफी तेजी से बढ़ती जा रही है. हालत यह हो गई कि डेली 25 से 30 केस शहरी इलाके में मिल रहे हैं. 4 से 6 केस पॉजिटिव आ रहे हैं.


गोरखपुर (ब्यूरो).गोरखपुर में जांच हो रही हैं और इसके मुताबिक ज्यादा केस सामने आ रहे हैं। शहर में ज्यादातर लोगों का सही कहना है। एक्सपर्टस की मानें तो यह सही नहीं है, बल्कि यह कह कर वह न सिर्फ अपना डर दूर कर रहे हैं, बल्कि लापरवाह भी हो रहे हैं। हकीकत में देखें तो शहर के लोग ज्यादा अवेयर होकर भी गलती कर रहे हैं। अवेयर होते तो इन हालातों में भी उनकी जांच के बाद रिपोर्ट निगेटिव आनी चाहिए। भले ही हजार जांचे हो रही हों, पॉजिटिव केस की संख्या एक्का-दुक्का ही होनी चाहिए, लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। रोजाना 20 से 30 लोग पॉजिटिव मिल रहे हैं। लोगों की लापरवाही उन्हें कोरोना वायरस का शिकार बना रही है और जरा सी मास्क पहनने की जहमत न करने और कोविड रूल्स को नजर अंदाज करने का वह खामियाजा भुगत रहे हैं।


तारीख ग्रामीण शहरी 15 जुलाई 13 1714 जुलाई 17 19

13 जुलाई 05 2212 जुलाई 06 2911 जुलाई 02 1210 जुलाई 02 1809 जुलाई 04 2608 जुलाई 12 2107 जुलाई 01 13कोरोना के केस लगातार बढ़ रहे हैं। ऐसे में लोगों को भीड़ भाड़ वाले इलाके में जाने से बचना चाहिए। साथ ही मास्क का प्रयोग करना जरूरी है। हर समय अपील कि जा रही है कि लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने और सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें ताकि कोरोना महामारी से बचाया जा सके। - डॉ। आशुतोष कुमार दुबे, सीएमओ

Posted By: Inextlive