GORAKHPUR : न रिजल्ट न टॉपर का सेलेक्शन और न ही डिग्री का पता ठिकाना. इसके बावजूद कनवोकेशन को लेकर यूनिवर्सिटी की तैयारियों पर सभी लोग कंफ्यूजन में भी थे और हैरत में भी. कनफ्यूजन में इसलिए कि जब यूनिवर्सिटी के रिजल्ट्स ही नहीं डिक्लेयर हुए हैं तो कनवोकेशन किसके लिए. मंडे को सिटी के लोगों और स्टूडेंट्स के मन में उमड़ रहे सवालों के तूफान का जवाब उन्हें मिल गया जब स्टूडेंट्स का फ्यूचर से खिलवाड़ करने वाले गोरखपुर यूनिवर्सिटी के जिम्मेदारों को कनवोकेशन पोस्टपोन करना ही पड़ा. अब कनवोकेशन की डेट बाद में डिक्लेयर की जाएगी. हालांकि 7 सितंबर को ही आई नेक्स्ट ने 'कनवोकेशन होगा या कोरम पूरा' हेडिंग से न्यूज पब्लिश कर इसकी आशंका जा दी थी.


जिम्मेदारों का कुछ और ही कहनाकनवोकेशन को लेकर यूं तो कई बातें सामने आ रही थी, लेकिन मंडे को कनवोकेशन तय डेट पर न कराकर बाद में कराने के फैसले ने सभी जवाब दे दिए। इस मामले में यूनिवर्सिटी के जिम्मेदारों का कहना है कि कनवोकेशन के होने वाले चीफ गेस्ट प्रो। यशपाल की हेल्थ अचानक खराब हो जाने की वजह से इसे कैंसिल करना पड़ रहा है। अब चीफ गेस्ट से नई डेट मिलने के बाद ही कनवोकेशन की नई डेट डिक्लेयर की जाएगी।हकीकत कुछ और ही
यूनिवर्सिटी के जिम्मेदार भले ही इसके पीछे कुछ और रीजन बता रहे हों, लेकिन पर्दे के पीछे की हकीकत कुछ और ही है। सोर्सेज की मानें तो यूनिवर्सिटी में पिछले 10-15 दिनों से हो रही उठा पटक और बवाल को देखते हुए यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन को यह फैसला लेना पड़ा। ऐसा करना उनकी मजबूरी भी थी क्योंकि कनवोकेशन स्टूडेंट्स का इवेंट हैं, जिसमें स्टूडेंट्स को डिग्री अवार्ड की जाती है। अब जब रिजल्ट्स में ही भारी गड़बड़ी है और पूरे रिजल्ट डिक्लेयर नहीं हो सके हैं तो कनवोकेशन किसके लिए? इसके साथ ही यूनिवर्सिटी को हाल ही में कॉपियों में मिली खामियों को दूर कर रिजल्ट्स भी डिक्लेयर करने हैं, ऐसे में अगर कनवोकेशन होता तो तय वक्त पर वह ऐसा नहीं कर पाते।आई नेक्स्ट ने पहले ही किया था आगाहयूनिवर्सिटी ने जब कनवोकेशन की तैयारियां स्टार्ट की थी, आई नेक्स्ट ने पहले ही इस मुद्दे को गोरखपुराइट्स के सामने रखा था कि यूनिवर्सिटी इस बार कनवोकेशन नहीं बल्कि कोरम पूरा करने की तैयारी में है। यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन जिस तरह से कनवोकेशन की तैयारियों में जुट था, उससे तो लगता है कि वह आधे-अधूरे रिजल्ट डिक्लेयर कर सिर्फ कनवोकेशन का कोरम पूरा हो जाएगा, जिससे पिछले तीन सालों से लगातार कनवोकेशन होने का रिकॉर्ड कायम रहेगा। इन सबके बीच वह एक बात भूल गए कि कनवोकेशन यूनिवर्सिटी का नहीं बल्कि स्टूडेंट्स का इवेंट है, जिसमें जब स्टूडेंट्स ही पार्ट नहीं ले पाएंगे और उन्हें 'दीक्षाÓ ही नहीं मिल पाएगी तो कनवोकेशन का क्या फायदा। चीफ गेस्ट की हेल्थ खराब हो जाने की वजह से कनवोकेशन को स्थगित कर दिया गया। कनवोकेशन की नई डेट बाद में डिक्लेयर की जाएगी।- एसके शुक्ला, रजिस्ट्रार, डीडीयू

Posted By: Inextlive