GORAKHPUR : गोरखपुर जेल में एक बार फिर बवाल होने की आशंका है. जेल को बवाल से बचाने के लिए जेल एडमिनिस्ट्रेशन ने अलर्ट भी जारी कर दिया है. ऐसी आशंका आजमगढ़ से ट्रांसफर होकर गोरखपुर जेल आए एक बंदी के आने के बाद हुई है. जेल एडमिनिस्ट्रेशन ने उसे हाइअलर्ट बैरक में रखा है और उसके क्रियाकलाप पर निगाह रखी जा रही है.


आजमगढ़ में थी आशंका, कर दिया ट्रांसफरहत्या, हत्या का प्रयास और गैैंगस्टर जैसे कई संगीन मामलों में आरोपी मनोज सिंह आजमगढ़ जेल में बंद था। आजमगढ़ जेल में बंदी और कैदियों के बीच कई बार विवाद हुआ, जिसमें मनोज सिंह का भी नाम आया। हालांकि जेल एडमिनिस्ट्रेशन की तफ्तीश में मनोज दोषी नहीं पाया गया। इससे वह जेल में बना रहा। मगर मनोज के जेल में रहने के बावजूद वादी पक्ष को जान का खतरा था। वादी ने आजमगढ़ के पुलिस कप्तान से जान के खतरे की गुहार लगाई। उसने आरोप लगाया कि मनोज जेल के अंदर रहने के बावजूद किसी भी घटना को अंजाम दे सकता है। इससे कप्तान के निर्देश पर मनोज का ट्रांसफर गोरखपुर जेल कर दिया गया।कहीं यहां भी न करे बवाल
ट्रांसफर का आदेश होने से बंदी मनोज सिंह को गोरखपुर जेल में जेल एडमिनिस्ट्रेशन ने एंटर तो करने दिया, मगर जेल में शांति को बरकरार रखने के लिए अलर्ट कर दिया है। मनोज को हाइअलर्ट बैरक में रखा गया है। साथ ही उससे मिलने वाले हर कैदी और बंदी पर निगाह रखी जा रही है। सत्यव्रत राय, विकास सिंह और धीरज के ट्रांसफर से गोरखपुर जेल का माहौल सुधर गया था। मगर मनोज की एंट्री से एक बार फिर मामला बिगड़ने की आशंका है। जेलर नवमी लाल ने बताया कि मनोज को फिलहाल अलग बैरक में रखा गया है। जब तक पूरी तफ्तीश नहीं हो जाती, उसे नार्मल बैरक में नहीं रखा जाएगा। हालांकि जेल में बवाल की कोई आशंका नहीं है। फिर भी एहतियातन सुरक्षा की गई है. 

Posted By: Inextlive