Gorakhpur : आखिरकार शराब पीकर रोडवेज बस चलाना दो ड्राइवर को महंगा पड़ा. गोरखपुर डिपो के एआरएम ने दोनों बस ड्राइवर को तत्काल प्रभाव से टर्मिनेट कर दिया है. वहीं बाकी ड्राइवर्स को यह चेतावनी दी है कि अगर कोई भी ड्राइवर या कंडक्टर शराब के नशे में पाया जाता है और यात्री से मिसविहैब किया तो उसका भी यही हश्र होगा. शराब के नशे में रोडवेज बस ड्राइवर कैसे पैसेंजर्स की जान से खेलते हैं इस बाबत आई नेक्स्ट ने 27 अक्टूबर के अंक में 'बाल-बाल बचे पैसेंजर्स' हेडिंग से न्यूज पब्लिश किया था.


नशे में डिवाइडर में मार दी टक्कर दरअसल, 26 अक्टूबर की रात गोरखपुर डिपो की बस संख्या यूपी 53एटी 5650 के ड्राइवर चंद्र प्रकाश मिश्रा शराब के नशे में धुत था और गोरखपुर डिपो से देवरिया के लिए बस ले जा रहा था। रेल म्यूजियम के पास उसने पैसेंजर्स से भरी बस डिवाइडर से टकरा दी, जिसके चलते बस में बैठे यात्रियों के बीच अफरा-तफरा मच गई। कुछ यात्रियों ने बस ड्राइवर और कंडक्टर सतीश चंद्र की जमकर पिटाई भी की थी। न्यूज पब्लिश होने पर जागा रोडवेज प्रशासन


इस घटना को आई नेक्स्ट ने 27 अक्टूबर के अंक में पब्लिश किया था। मामले को रोडवेज अधिकारियों ने गंभीरता से लेते हुए ड्राइवर को तत्काल प्रभाव से टर्मिनेट कर दिया। गोरखपुर डिपो के एआरएम महेश चंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि आई नेक्स्ट में न्यूज पब्लिश होने के बाद एक नहीं बल्कि दूसरे ड्राइवर धर्मेंद्र को भी टर्मिनेट किया गया है। उसपर भी शराब के नशे में बस चलाने का आरोप था जो सही पाया गया। दूसरे ड्राइवर को पब्लिक की कंप्लेंट पर टर्मिनेट किया गया है।बिना टिकट यात्रा कराया तो खैर नहीं

गोरखपुर डिपो के एआरएम महेश चंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि छठ पर्व पर होने वाली भीड़ को देखते हुए चेकिंग बढ़ा दी गई है। पांच डब्लू टी के मामले में संविदा परिचालक राम कुमार पाठक और कमलेश यादव की संविदा समाप्त कर दी गई है। उन्होंने बताया कि  5 और 7 डब्लू टी के मामले अभी पेंडिंग में हैं। इनकी जांच करने के बाद कार्रवाई की जाएगी। वहीं आरएम अतुल जैन ने बताया कि मुख्यालय का जो भी आदेश है उनपर ड्राइवर्स और कंडक्टर्स के खिलाफ एक्शन लिये जा रहे हैं। छठ पर्व पर चेकिंग दल को पूरी तरह से मुस्तैद कर दिया गया है।

Posted By: Inextlive