गोरखपुर में इन दिनों नकली पुलिस असली अपराध कर खाकी के लिए सिरदर्द बन रही है. बुधवार को रामगढ़ताल में एक मामला सामने आया.


गोरखपुर (ब्यूरो)।यहां एक कंप्यूटर इंजीनियर फर्जी दरोगा बनकर वसूली कर रहा था। वह गीडा के एक कॉलेज में बीसीए का स्टूडेंट है। वह युवक पुलिस की वर्दी (डबल स्टार में) पहनकर रामगढ़ताल नौकायन पर दुकानदारों पर रौब जमाकर वसूली करता था। इस बात की खबर लगते ही पुलिस ने उसे अरेस्ट कर लिया। इसी तरह दो अलग-अलग थानों में भी फर्जी पुलिस बनकर खाकी पर दाग लगाने का प्रयास किया गया। रिश्तेदारों से बोला था झूठ


रामगढ़ताल पुलिस द्वारा बुधवार का अरेस्ट किया गया फर्जी दरोगा अपूर्व राय कुशीनगर जिले के तरयासुजान का रहने वाला है। उसके पिता अजय शंकर राय पेशे से किसान हैं। अपूर्व राय यहां रामगढ़ताल इलाके के बगहा बाबा स्थान के पास किराये का कमरा लेकर रहता था। यहां रहकर वो बीएसए का कोर्स कर रहा है, लेकिन उसने अपने घर वालों और रिश्तेदारों को भी यह बता रखा था कि वह मुरादाबाद में पुलिस विभाग की ट्रेनिंग ले रहा है। पास रखता था फर्जी आईकार्ड

पुलिस के मुताबिक अपूर्व राय 3 साल से किराये का कमरा लेकर रहता था। वह पुलिस की वर्दी पहनकर फोटो खिंचवाता था। उसी फोटो को वह अपने फेसबुक और वाट्सएप प्रोफाइल पर लगाता था। जालसाजी के लिए उसने बाकायदा पुलिस विभाग का फर्जी आईकार्ड भी बना रखा था। वह अक्सर नौकायन पर पहुंच जाता था और यहां दुकान लगाने वाले व्यापारियों पर पुलिस का रौब झाड़कर उनसे वसूली करता था। दुकानदार जब उसकी हरकतों से परेशान हो गए और उन्होंने इसकी शिकायत पुलिस से की। मौके पर पहुंची पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया। 3 हजार में वर्दी खरीद बन गया फर्जी दरोगापूछताछ के दौरान उसने पुलिस को बताया कि वह पहले पुलिस विभाग में भर्ती की तैयारी कर रहा था। लेकिन जब उसकी नौकरी नहीं लगी तो उसने फर्जी पुलिसवाला बनने की ठान ली। 3 हजार रुपए में उसने पुलिस की वर्दी, स्टार और पूरा यूनिफार्म खरीद डाला। इसके बाद वह बीते 3 साल से फर्जी दरोगा बनकर लोगों से वसूली कर रहा था। इंस्पेक्टर रामगढ़ताल शशिभूषण राय ने बताया, आरोपी के खिलाफ केस दर्ज का कार्रवाई की जा रही है।एक्टिव है फर्जी पुलिस 1. पुलिस बनकर प्रेमी जोड़े से वसूली

21 मार्च (मंगलवार) की दोपहर में खोराबार एरिया के कुसम्ही जंगल में पिपराइच के प्रेमी जोड़े घूमने आए थे। वहां पर एक युवक आया और खुद को पुलिसकर्मी बताकर प्रेमी जोड़ेे को घेर लिया। प्रेमी की पिटाई कर फर्जी पुलिसकर्मी ने उसके जेब से 1450 रुपए भी निकाल लिए, इसके बाद वो लड़की को जबरदस्ती जंगल में ले जाने लगा। शोर मचाने पर लोगों को अपनी ओर आता देख फर्जी पुलिसकर्मी फरार हो गया। प्रेमी ने खोराबार थाने में इसकी लिखित शिकायत की है। इंस्पेक्टर की वर्दी पहनकर बना रहा था रीलशाहपुर एरिया में एक युवक इंस्पेक्टर की वर्दी पहनकर रील बना रहा था। तभी उसे शाहपुर पुलिस ने पकड़ लिया। उस युवक की पहचान देवरिया भलुअनी निवासी ओम हरि मद्धेशिया के रूप में हुई। ओम हरि गोरखपुर में गुलरिहा में रहता है। 19 मार्च (रविवार) की रात 8:30 बजे वो थ्री स्टार लगी वर्दी पहनकर वीडियो बना रहा था। वर्दी पर उत्तर प्रदेश पुलिस का बैज और नेम प्लेट जिसपर शुभम शुक्ला लिखा था। कालोनी वालों की सूचना पर पुलिस ने उसे अरेस्ट कर धोखाधड़ी करने के इरादे से लोकसेवक की पोशाक पहनने का मुकदमा दर्ज किया। नकली पुलिस के लिए किया था अवेयर
अभी कुछ ही दिन पहले कई ऐसी घटनाएं घटीं, जिसमें पुलिस बनकर चेकिंग के नाम पर बदमाशों ने लोगों के घर जाकर और रास्ते में चूना लगा दिया। इसके बाद गोरखपुर पुलिस ने सभी थानों में ऐसी घटनाएं रोकने के लिए पब्लिक को अवेयर किया था। बाकायदा ऑटो में लाउड स्पीकर लगाकर इसकी जानकारी लोगों को दी जा रही थी।

Posted By: Inextlive