नेशनल में भी रहा है गोरखपुर का जलवा
-कई बड़े फुटबॉल इवेंट में गोरखपुराइट्स ने किया है पार्टिसिपेट
-नेशनल फुटबॉल इवेंट्स में हासिल की है कामयाबी -नाम रोशन करने वाले होनहार अब तैयार कर रहे हैं नई पौध GORAKHPUR: नेशनल गेम फुटबॉल में इंडियन टीम भले ही दम दिखाने में नाकाम साबित हो रही हो, लेकिन इसमें गोरखपुराइट्स का शुरुआती दौर से ही जलवा रहा है। स्कूल, स्टेट यहां तक कि नेशनल इवेंट्स भी गोरखपुर के होनहार खिलाडि़यों ने कामयाबी का झंडा बुलंद किया है। इन सभी होनहार खिलाडि़यों ने नेशनल इवेंट का हिस्सा बनकर शहर का नाम देश के फलक पर रोशन किया है। आज भी फुटबॉल की हालत शहर में खराब है, लेकिन बावजूद इसके होनहार नेशनल और इंटरनेशनल इवेंट में अपना जलवा दिखा रहे हैं। बड़े इवेंट में दिखाया दमगोरखपुर के कई खिलाडि़यों ने नेशनल इवेंट में पार्टिसिपेट किया है। इसमें उन्हें यूपी की टीम से अपना दम-खम दिखाने का मौका मिला है। फुटबॉल के सबसे रिनाउंड टूर्नामेंट में शहर के कई खिलाड़ी यूपी की टीम की ओर से अपना जलवा बिखेरने में कामयाब रहे हैं। 60 के दौर में संतोष ट्रॉफी, डीसीएम और डुरंड कप खेलने वाले नियातमतुल्लाह भी गोरखपुर के ही खिलाड़ी हैं और उन्होंने नेशनल्स में शहर का कद काफी बढ़ाया है।
यह है कुछ खास खिलाड़ीनियामतुल्लाह - संतोष ट्रॉफी, डीसीएम, डुरंड कप
केबी शाही - संतोष ट्रॉफी, यूपी 1976, 1977, 1978 सुब्रत चटर्जी - इंडिया स्कूल, यूपी 1976 सेते मल्ल - संतोष ट्रॉफी, इंडियन रेलवे, यूपी 1976 ज्ञानेंद्र कश्यप - संतोष ट्रॉफी, यूपी संजय सिंह - इंडियन रेलवे, यूपी 1994 बुधिराम - संतोष ट्रॉफी, इंडियन रेलवे शकील खान - संतोष ट्रॉफी, यूपी 2013, 2014 मुकेश सिंह - संतोष ट्रॉफी, यूपी 2014 अशफाक - संतोष ट्रॉफी, यूपी 2014, अंडर-17 इंटरनेशनल 2013 नूरुद्दीन - इंटरनेशनल अंडर-17, 2015, 2016 टूर, आई लीग पंजाब गोरखपुर से कई होनहार फुटबॉल हुए हैं। 1960 के दशक से लेकर आज तक कोई न कोई बेहतर परफॉर्मर शहर का नाम ऊंचा करता आया है। एक दर्जन से ज्यादा खिलाड़ी तो संतोष ट्रॉफी जैसा रिनाउंड टूर्नामेंट खेल चुके हैं। - मोहम्मद हमजा खान, सेक्रेटरी, प्लेयर्स एसोसिएशन