कोरोना वैक्सीनेशन कैंपेन में स्वास्थ्य कर्मियों फ्रंटलाइन वर्करों मतदान कर्मियों व 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को बूस्टर डोज तीसरी डोज लगाई जा रही है. लेकिन इस कैंपेन में मंडल के जिलों में सबसे बड़ा जिला होने के बावजूद गोरखपुर सबसे पीछे है. जबकि इस जिले के पास अन्य जिलों की अपेक्षा संसाधन भी ज्यादा हैं. छोटा जिला देवरिया सबसे आगे निकल गया है. गोरखपुर में 74.5 तो देवरिया में 85.38 प्रतिशत लोगों को बूस्टर डोज लगाई जा चुकी है.


गोरखपुर (ब्यूरो)। शासन के निर्देश पर 10 जनवरी से बूस्टर डोज लगाई जा रही है। इसके लिए अलग से बूथ नहीं बनाए गए हैं। इस वर्ग के लोग किसी भी बूथ पर जाकर बूस्टर डोज लगवा सकते हैं। मतदान कर्मियों के लिए प्रशिक्षण स्थलों व सरकारी कार्यालयों में कैंप लगाए जा रहे हैं, ताकि उन्हें चुनाव पूर्व यह डोज लगाई जा सके। हालांकि हेल्थ डिपार्टमेंट का दावा है कि यह

आंकड़ा जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा.जिला - टारगेट - प्राप्ति - परसेटेंजगोरखपुर - 31781 - 23678 - 74.5देवरिया - 19045 - 16260 - 85.38कुशीनगर - 17998 - 13942 - 77.46महराजगंज - 14730 - 12148 - 82ण्47मतदान कर्मियों को तीन माह पर बूस्टर डोज


चुनाव के मद्देनजर मतदान कर्मियों को दूसरी डोज लगवाने के तीन माह पर बूस्टर डोज लगाई जा रही है, ताकि वे चुनाव के दौरान सुरक्षित रहें। अन्य लोगों को दूसरी डोज लगवाने के नौ माह पर यह डोज दी जा रही है।

जिनका समय हो गया है, उन्हें ही बूस्टर डोज लगाई जा रही है। मतदान कर्मियों को तीन माह पर ही लगाई जानी है। यदि दूसरी डोज लगवाने के बाद बीच में कोई कोरोना संक्रमित हुआ है तो उसके तीन माह पर बूस्टर डोज लगाई जाएगी। दूसरी डोज के तीन माह होने पर मतदान कर्मी और नौ माह होने पर स्वास्थ्य कर्मी, फ्रंटलाइन वर्कर व 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोग बूस्टर डोज लगवा लें।डॉ। आशुतोष कुमार दूबे, सीएमओ

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