सिख गुरुओं की महान परंपरा हम सबके लिए प्रेरणादायी है. यह परंपरा हमें धर्म संस्कृति और राष्ट्रीयता की रक्षा के प्रति आग्रही बनाती है. इस परंपरा का अनुसरण कर हम देश और समाज को आगे बढ़ाने में अपना योगदान दे सकते हैं.

गोरखपुर (ब्यूरो)।सीएम योगी आदित्यनाथ सोमवार सुबह जटाशंकर गुरुद्वारा में आयोजित नवम सिख गुरु तेग बहादुर के 347वें शहीदी दिवस पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।

#Gorakhpur में सीएम @myogiadityanath जटाशंकर गुरुद्वारा में गुरु तेग बहादुर के 347वें शहीदी दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में हुए शामिल। #GorakhpurNews pic.twitter.com/EQPcQ4GqAP

— inextlive (@inextlive) November 28, 2022


गुरु तेग बहादुर जी महाराज के बलिदान से मिली नई प्रेरणा
गुरु ग्रन्थ साहिब को नमन करने के बाद सीएम ने कहा कि गुरु तेग बहादुर के त्याग और बलिदान से आज अपना देश विकास की नई ऊंचाइयों को छू रहा है। आज देश अपनी आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। पर, हमें याद रखना होगा कि देश की आजादी का अमृत महोत्सव महापुरुषों के त्याग और बलिदान की नींव पर प्राप्त हुआ है। आजादी का अमृत महोत्सव गुरु तेग बहादुर के बलिदान से एक नई प्रेरणा प्राप्त करने का भी अवसर है।

उन्होंने कहा कि क्रूरता और बरर्बरता के खिलाफ गुरु तेग बहादुर ने मजबूती के साथ आवाज उठाई थी। उनकी यह आवाज, उनका बलिदान कश्मीरी पंडितों की रक्षा के लिए थी। इस अवसर पर जटाशंकर गुरुद्वारा प्रबंध समिति की तरफ से सीएम को स्मृति चिन्ह, अंगवस्त्र व कृपाण भेंटकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में गुरुद्वारा जटाशंकर प्रबंध समिति के अध्यक्ष सरदार जसपाल सिंह, रविंद्र पाल सिंह, कुलदीप सिंह, मंजीत भाटिया, दौलतराम, अशोक मल्होत्रा, हरप्रीत सिंह आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे। संचालन उत्तर प्रदेश पंजाबी अकादमी के सदस्य सरदार जगनैन सिंह नीटू ने किया।

Posted By: Inextlive