गड़बड़ी के कारण यदि कोई फीडर बंद होगा तो भी इलाके में बिजली की आपूर्ति बाधित नहीं होगी. यह होगा ङ्क्षरग मेन यूनिट आरएमयू बन जाने से. इसके तहत एक फीडर को दो उपकेंद्रों से आपूर्ति दी जाएगी. यदि फाल्ट से आपूर्ति बाधित हुई तो आरएमयू स्वचालित व्यवस्था के तहत दूसरे उपकेंद्र से बिजली लेना शुरू कर देगा.


गोरखपुर (ब्यूरो)। महानगर में 19 फीडरों पर आरएमयू स्थापित किया जाएगा। इनमें से तीन पर काम शुरू हो गया है। नगर निगम प्रणाली सुधार योजना के तहत इन फीडरों को चिह्नित किया गया है। आरएमयू बनाने पर 65 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इससे 45 हजार से ज्यादा घरों को फायदा मिलेगा। ऐसे करता है कामङ्क्षरगमेन यूनिट गैस इंसुलेटेड, काम्पैक्ट स्विचगियर यूनिट है। यह पूरी तरह स्वचालित होता है। मूल फीडर से अचानक आपूर्ति ठप हुई तो आरएमयू से जुड़े दूसरे फीडर से आपूर्ति मिलने लगती है। इस उपकेंद्र पर स्थापित होनी है यूनिटरुस्तमपुर - आजादनगर, भरवलिया, राजीव नगरतारामंडल - बुद्ध विहार, जीडीए ईस्ट, जीडीए वेस्ट, दाउदपुरलोहिया - रामगढ़इंडस्ट्रियल एस्टेट - गोरखनाथ ईस्ट, गोरखनाथ वेस्ट, कुंती नगर, अजय नगर, जनप्रियाराजेंद्र नगर - राजेंद्र नगरविकास नगर - विस्तारनगरमोहद्दीपुर - नार्थ, बिछियाराप्तीनगर - रामजानकीनगर, भगवानपुरफैक्ट फाइल
महानगर में उपकेंद्रों की संख्या - 28महानगर में फीडरों की संख्या - 14819 फीडरों पर ङ्क्षरग मेन यूनिट का काम होना है। इनमें से तीन पर काम शुरू हो गया है। इससे बिजली आपूर्ति व्यवस्था में सुधार होगा। भविष्य में अन्य फीडरों के लिए भी प्रस्ताव बनाया जाएगा।लोकेंद्र बहादुर ङ्क्षसह, अधीक्षण अभियंता शहर

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