इलेक्ट्रिक बसों से सफर करने वाले लोगों को जिम्मेदारों की लापरवाही से तेज धूप और लू के थपेड़ों के बीच सड़कों पर खड़ा होकर बसों का इंतजार करना पड़ रहा है.


गोरखपुर (ब्यूरो)। जबकि सिटी के 18 मेन बस स्टॉपेजों पर नगर निगम ने एक साल पहले शेल्टर बनाने की कवायद शुरू की थी, ताकि पैसेंजर्स को धूप से बचाया जा सके, लेकिन ये कवायद एक साल में सिर्फ टेंडर की प्रक्रिया तक ही पहुंच सकी है। निर्धारित स्टॉपेज पर नहीं रुकती हैं बसेंइलेक्ट्रिक बसों का संचालन सिटी के कई रूटों पर हो रहा है, इन रूटों पर 300 से अधिक स्टॉपेज बनाए गए हैं, लेकिन, ये सिर्फ कागजों तक ही सीमित हैं। किसी भी स्टॉपेज पर जिम्मेदारों ने न कहीं सेड लगाया है और न कोई बोर्ड। ऐसे में ये बसें कभी भी निर्धारित स्थान पर रुकती ही नहीं हैं। सड़क पर जहां भी पैसेंजर्स मिलते हैं ड्राइवर्स वहीं बस खड़ी कर बसों में पैसेंजर्स भरने लगते हैं। इससे पैसेंजर्स के साथ ही राहगीरों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
बसों के लिए करना पड़ रहा इंतजार


सिटी में 25 इलेक्ट्रिक बसों का संचालन हो रहा है। इनमें 20 से अधिक बसों का संचालन कौड़ीराम और भीटी रावत रूट पर हो रहो है। सिटी में अन्य रूटों पर एक से दो बसें ही चल रही हैं। ऐसे में बसों के लिए लोगों को लंबा इंतजार करना पड़ रहा है।यहां बनने हैं शेल्टर

महुआतर, बरगदवां तिराहा, गोरखनाथ अस्पताल, धर्मशाला चौराहा, छात्रसंघ चौराहा, काली मंदिर चौक, एम्स के पास, एयरपोर्ट के पास, झुंगिया गेट के पास, शास्त्री चौक, एमएमएमयूटी गेट, ट्रांसपोर्टनगर चौराहे पर, नौसड़ चौराहा, आईटीएम गीडा, सहजनवां चौराहा, भटहट बाजार चौराहा और खजनी चौराहा।सीन 1दोपहर के एक बजे गोलघर काली मंदिर पर राप्तीनगर की रहने वाली सुषमा करीब 10 मिनट से चौराहे पर धूप में ही खड़ी होकर इलेक्ट्रिक बस का इंतजार कर रहीं थीं, लेकिन बस नहीं आई तो वह धूप से बचने के लिए चौराहे पर स्थित पुलिस बूथ के बगल में जाकर खड़ी हो गईं। यहां वह करीब पांच मिनट रुकने के बाद वह चौराहे दूसरी तरफ आईं और फिर ऑटो में बैठकर राप्तीनगर के लिए निकल गई। इसी तरह बस का इंतजार कर रहे अन्य लोगों को भी ऑटो का ही सहारा लेना पड़ा।सीन 2
दोपहर करीब 1:40 बजे धर्मशाला बाजार पुल के नीचे चार से पांच लोग इलेक्ट्रिक बस के आने का इंतजार कर रहे थे, लेकिन तेज धूप और हवा के कारण पैसेंजर्स यहां ज्यादा देर तक नहीं रुक रहे थे और ई रिक्शा पर बैठकर रवाना हो जा रहे थे, यहां बस का इंतजार कर रहे सौरभ का कहना था कि इलेक्ट्रिक बस संचालन की व्यवस्था खराब हो चुकी हैं बस के लिए लंबा इंतजार करना पड़ता है। धूप और लू से दिक्कतें बढ़ गई हैं।सीन 3दोपहर करीब 2:15 बजे सिटी के यूनिवर्सिटी चौराहे पर ऑटो और ई रिक्शा का जमावड़ा लगा हुआ था, इस बीच कई पैसेंजर्स धूप में खड़े होकर बस का इंतजार कर रहे थे, नौसड़ जाने के लिए बस का इंतजार कर रहे सत्येंद्र का कहना था कि धूप में बस का इंतजार करना बड़ा मुश्किल होता है। लेकिन एसी बस में सफर करने पर थोड़ी राहत मिलती है, ऐसे में इलेक्ट्रिक बस का थोड़ा इंतजार कर लेते हैं। इस बीच वहां बस पहुंच गई और लोग उसमें सवार होकर निकल गए।इलेक्ट्रिक बस स्टॉपेज पर शेल्टर बनाने की कवायद चल रही है, पिछले महीने टेंडर की प्रकिया पूरी हुई है। जल्द ही चिन्हित स्टापेज पर शेल्टर बन जाएंगे।निरंकार सिंह, अपर नगर आयुक्त, नगर निगम गोरखपुरधूप और तेज हवा के बीच लोगों को इलेक्ट्रिक बसों का इंतजार करना पड़ रहा है। ये बसें निर्धारित जगहों पर भी खड़ी नहीं होती है, इससे लोग परेशान होते हैं।दीपक जायसवाल, पैसेंजर
गोलघर में पैसजर्स को दिक्कतों धूप हो या बारिश हर सीजन में दिक्कतें होती हैं, यहां बस पकडऩे के लिए लोगों को दूसरी ओर जाना पड़ता है।नीरज गुप्ता, पैसेंजरपहले सिटी में इलेक्ट्रिक बसें आसानी से मिल जाती थीं, लेिकन अब बसें नहीं मिल रही हैं, ऐसे मेें बसों के लंबा इंतजार करना पड़ा रहा है।अनिकेत, पैसेंजर्स

Posted By: Inextlive