मदन मोहन मालवीय यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी एमएमएमयूटी में एक साल में 900 से अधिक स्टूडेंट्स को प्लेसमेंट मिला है. वहीं डीडीयू की अगर बात करें छह महीने में प्लेसमेंट पाने वाले बच्चों की संख्या करीब 31 है. एमएमएमयूटी के प्रो. अभिजीत मिश्रा ने बताया कि एक साल के अंदर जितने भी एलिजिबल और इंट्रेस्टेड स्टूडेंट्स थे उनका प्लसेमेंट यूनिवर्सिटी से ही हो गया है. एमएमएमयूटी की राह पर अब दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर यूनिवर्सिटी भी रोजगारपरक सेल्फ फाइनेंस कोर्सेज को बढ़ावा देने में जुट गई है.


गोरखपुर (ब्यूरो). डीडीयू में नई शिक्षा नीति के अंतर्गत रोजगारपरक कोर्सेज को सेल्फ फाइनेंस के जरिए चलाने में सफलता मिली है। स्टूडेंट्स ने भी यूनिवर्सिटी द्वारा ऑफर किए गए कुछ रोजगारपरक कोर्सेज में इंट्रेस्ट दिखाया है। गोरखपुर यूनिवर्सिटी के सेल्फ फाइनेंसिंग कोर्सेज सेल को अब पूरी उम्मीद है कि नए एकेडिमक सेशन में इन कोर्सेज की डिमांड और बढ़ जाएगी। सेल इसके लिए तैयारी में जुट गया है। वीसी प्रो। राजेश सिंह ने सभी सेल्फ फाइनेंस कोर्सेज के कोऑर्डिनेटर को निर्देशित किया है कि वो नए सेमेस्टर एवं एकेडिमक सेशन के लिए की गई तैयारियों का प्रेजेंटेशन तैयार कर प्रस्तुत करें।पहली बार डीडीयू लेगा एमबीए का इंट्रेंस
डीडीयू पहली बार एमबीए एडमिशन के लिए इंट्रेंस एग्जाम ऑर्गनाइज कराने जा रहा है। एमबीए कोर्सेज में बढ़ते प्लेसमेंट की वजह से स्टूडेंट्स ने काफी उत्साह दिखाया है। पहले सत्र में यूनिवर्सिटी द्वारा पहली बार शुरू किए गए बीटेक एवं बीएससी (कृषि) कोर्सेज के लिए स्टूडेंट्स ने काफी उत्साह दिखाया था। इसके अलावा भी डीडीयू द्वारा ऑफर किए गए रोजगारपरक कोर्सेज जैसे बीकॉम-बैकिंग एंड इंश्योरेंस, बैचलर्स इन होटल मैनेजमेंट एंड कैटरिंग टेक्नोलॉजी, एमबीए, बीबीए, डिप्लोमा इन ज्योतिष, कर्मकांड एंड वास्तुशास्त्र, प्रिटिंग एंड फोटोग्राफी, कम्यूनिकेटिव इंग्लिश, समेत अन्य कोर्स को लेकर भी काफी उत्साह दिखाया था। छात्रों के बीच अन्य लोकप्रिय कोर्स में प्लांट बायोटेक्नोलॉजी तथा बायोइन्फरमेटिक्स रहा।यूजी पीजी के लिए भी रोजगारपरक कोर्सयूनिवर्सिटी रोजगारपरक कोर्सेज को सेल्फ फाइनेंसिंग कोर्सेज से संचालित करने वाला एक मॉडल सेंटर बनने की दिशा में कार्यरत है। नई शिक्षा नीति के अंतर्गत सत्र 2021-22 में यूजी और पीजी के स्टूडेंट्स के लिए विभिन्न रोजगार परक कोर्स की शुरूआत की गई है। जो स्टूडेंट्स को शिक्षा के साथ साथ रोजगार के काबिल भी बनाएंगे।एमएमएमयूटी से आए डॉ। राजेश को मिली जिम्मेदारीएमएमएमयूटी में मैनजमेंट के टीचर रह चुके डॉ। राजेश सिंह को डीडीयू में प्लेसमेंट सेल में को-कोआर्डिनेटर बनाया गया है। अब प्लेसमेंट सेल में इनको जिम्मेदारी देकर यहां पर प्लेसमेंट बढ़ाने की कोशिश की जा रही है। डॉ। राजेश ने बताया कि मैंने नवंबर 2020-21 में डीडीयू में ज्वाइन किया है। एमएमएमयूटी में प्रोफेसनल कोर्स अधिक हैं। इसलिए वहां पर प्लेसमेंट भी अधिक होता है। डीडीयू में भी अब सेल्फ फाइनेंसिंग कोर्सेज को बढ़ावा दिया जा रहा है। यहां पर अभी जो रेकॉर्ड मेरे पास उसके अनुसार डीडीयू के 31 स्टूडेंट्स का प्लेसमेंट हुआ है। इधर डीडीयू में काम हुआ है, अब यहां से भी प्लसेमेंट की संख्या बढ़ेगी।

Posted By: Inextlive