GORAKHPUR: कमिश्नर जयन्त नाíलकर ने आयुक्त सभागार में नोडल अधिकारी, सीएमओ, अपर निदेशक स्वास्थ्य, प्रभारी जिलाधिकारी/मुख्य विकास अधिकारी व बीआरडी मेडिकल कालेज व अन्य अधिकारियों के साथ मीटिंग की। मीटिंग में जिले में कोरोना संक्रमितों के मौत के कारणों की समीक्षा की। समीक्षा के दौरान निर्देश दिया कि 60 वर्ष से अधिक आयु वर्ग तथा लक्षण वाले कोरोना मरीजो की जांच के समय ही उनकी अन्य जांच जैसे खून, एक्सरे आदि भी कराया जाए। उन्होंने सीएमओ को निर्देश दिया कि कोरोना संक्रमिताें की जांच के लिए लगने वाले कैम्पों में ही अन्य जांच करने के लिए कार्य योजना बनाकर 30 सितंबर से जांच किया जाना सुनिश्चित करें।

कमिश्नर ने निर्देश दिया कि 1 अक्टूबर से चलने वाले संचारी रोग/दस्तक अभियान के साथ साथ डोर टू डोर अभियान चलाकर सारी/आईएलआई के मरीजो की पहचान कर उनकी कोरोना संक्रमण की जांच सुनिश्चित किया जाए। कमिश्नर ने कहा कि हमे अपनी स्वास्थ्य सेवाओं को आम जन तक पहुंचाकर लोगों के जीवन की रक्षा करनी है तथा किसी मरीज का स्वास्थ्य ठीक नही है तो उसे होम आइसोलेशन में रहने की अनुमति न दी जाए, मरीजो को तत्काल एल-1, एल-2 या एल-3 में एडमिट कर उसका इलाज सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने क्वालिटी कान्टेक्ट ट्रेसिंग पर बल देते हुए कहा कि कोरोना संक्रमित के सम्पर्क में आए लोगों कि पहचान करते हुए 24 घंटे के भीतर उनकी जांच किया जाए। उन्होंने कहा कि कोरोना के बचाव के कार्य में लापरवाही करने वालों पर कार्यवाही भी किया जाए और प्रत्येक मृत्यु की कारणों की जांच कर उसकी रिपोर्ट भी प्रस्तुत किया जाए।

Posted By: Inextlive