डीडीयूजीयू के वीसी प्रो. राजेश सिंह ने शुक्रवार को नैक ग्रेडिंग के लिए एसएसआर तैयार करने वाले क्राइटेरिया की समीक्षा की. बनाए गए सात क्राइटेरिया के कोआर्डिनेर्ट्स नैक कोआर्डिनेटर आइक्यूएसी डायरेक्टर एनआईआरएफ रैकिंग के लिए दिए जाने वाले डाटा शामिल है. यह समीक्षा वीसी कार्यालय में की गई.


गोरखपुर (ब्यूरो)। वीसी ने सभी कोआर्डिनेटर्स से उनके क्राइटेरिया की प्रगति जानकर आवश्यक निर्देश दिया। वीसी ने कहा, यूनिवर्सिटी की आधारभूत संरचनाओं को और बेहतर बनाया जाएगा। सॉलिड वेस्ट, ई वेस्ट के निस्तारण के लिए नगर निगम गोरखपुर के साथ अनुबंध किया जाएगा। परिसर के अंदर ई व्हीकल के प्रयोग को बढ़ावा देने के लिए दो ई व्हीकल यूनिवर्सिटी की ओर से खरीदे जाएंगे। दिव्यांग स्टूडेंट्स को सक्षम बनाने वाली सुविधाओं के अंतर्गत रैंप, दिव्यांग शौचालय आदि के निर्माण को प्राथमिकता दी जाएगी। पौधों और पेड़ की होगी बार कोड जनित टैगिंगइस दौरान मीटिंग मेंं तय हुआ कि यूनिवर्सिटी कैंपस में लगे पौधों और पेड़ की बार कोड जनित टैगिंग होगी। इसके माध्यम से पौधे या पेड़ के प्रकार उसकी आयु और उसके संरक्षण के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।रैनी वाटर संचयन यंत्र लगाए जाएंगे
मीटिंग में इस बात पर सहमति बनी है कि वर्षा के जल को संचयन के लिए कैंपस के अंदर यंत्र लगाए जाएंगे। इसके अलावा पीने के लिए शुद्ध पेय जल मुहैया कराने पर फोकस किया जाएगा। खराब आरओ मरम्मत होगी। कुछ जगहों पर नए आरओ भी लगाए जाएंगे।

Posted By: Inextlive