भटहट के युवक की बाइक पांच महीने पहले चोरी हो गई थी. वो सेकेंड हैंड बाइक खरीदने महाराजगंज के निचलौल में स्थित कार बाजार पहुंचा. वहां सेकेंड हैंड कार और बाइक दोनों ही सजे हुए थे. तभी उसकी नजर एक बाइक पर पड़ी. नजदीक जाकर देखा तो वो उसकी ही बाइक थी जो पांच महीने पहले चोरी हो गई थी. उसपर नंबर भी वही था लेकिन कागज पर नाम किसी और का चढ़ चुका था. ऐसे में वो बिना कुछ कहे वहां से लौट आया और इसकी सूचना पुलिस को दी. इसके बाद पुलिस ने पड़ताल शुरू की. जिसके बाद इंटरनेशल वाहन चोरी गैंग का पर्दाफाश हुआ. रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर एसपी नार्थ मनोज कुमार अवस्थी ने इंटरनेशनल वाहन चोरी गैंग के बारे मे विस्तार से बताया.


गोरखपुर (ब्यूरो)। रविवार को इंस्पेक्टर गुलरिहा उमेश कुमार बाजपेयी और उनकी टीम ने भटहट से तीन चोरों को मुखबिर की सूचना पर गिरफ्तार कर लिया। उनके पास से चोरी की 4 फोर व्हीलर और 8 टू व्हीलर भी बरामद हुई है। यह गैंग महाराजगंज के निचलौल में कार बाजार की दुकान चलाता था। यूपी के गोरखपुर सहित आसपास के जिलों से चोरी की गई गाडिय़ां खरीदता था। पचास से 60 हजार में बेचते थे चोरी की बाइकएसपी नार्थ मनोज कुमार अवस्थी ने बताया कि यह गैंग चोरी की बाइक 10 से 15 हजार रुपए में खरीदता था और फिर उसके नकली पेपर बनाकर नेपाल में 50 से 60 हजार रुपए तक बेच देता था। पकड़े गए आरोपियों की पहचान मो। इमरान निवासी बढईपुरवा थाना निचलौल, महराजगंज, अरविंद पांडेय निवासी मंसूरगंज थाना कप्तानगंज, कुशीनगर और अफजल निवासी कृष्णानगर कस्बा निचलौल थाना निचलौल के रूप में हुई।
यह गाडिय़ां हुई बरामद


होंडा साइन ब्लैक कलर, बजाज डिस्कवर ब्लैक कलर, बजाज सिटी 100 ब्लैक कलर, हीरो डिलक्स, सुपर स्पेंडर ब्लैक कलर की, हीरो डयू्ट, बजाज पल्सर ब्लैक कलर, हीरो डिलक्स, मारुति वैगनार, स्कोडा कार।'मेरी घर पर खड़ी है गाड़ी'

गुलरिहा प्रभारी ने बताया कि चोरी की गाडिय़ों के नंबर के प्लेट के आधार पर उनके ओनर के मोबाइल नंबर भी निकलवाएं हैं। कई नंबर पर कॉल करने पर स्वीच ऑफ बता रहा है। जबकि महाराजगंज के एक व्यक्ति ने कॉल रिसीव की। उनसे बताया गया कि आपकी चोरी की बाइक बरामद की गई है, जिसका नंबर ये है। तब उन्होंने बताया कि गाड़ी का नंबर तो सही है लेकिन मेरी बाइक मेरे घर पर खड़ी है। प्रभारी ने बताया कि शातिर चोर चोरी की गाडिय़ों पर दूसरे का नंबर लगाकर चला रहे थे।

Posted By: Inextlive