सैलून कोच बुक कराइए, यात्रा का लुत्फ उठाइए
रेलवे ने मुहैया कराई सुविधा, आईआरसीटीसी से होगी बुकिंग
वीआईपी के लिए इस्तेमाल किए जाते थे रेलवे के सैलून कोच GORAKHPUR: रेलवे की जिन वीआईपी सुविधा का लाभ रेलवे अफसर उठाते थे। उस सुविधा का लाभ आमजन भी उठा सकेंगे। आईआरसीटीसी की वेबसाइट के जरिए पब्लिक रेलवे के सैलून कोच की बुकिंग करा सकेगी। आनलाइन बुकिंग कराने पर सैलून कोच की सुविधाएं मुहैया कराई जाएगी। एनई रेलवे में करीब एक दर्जन से सैलून कोच की सुविधा उपलब्ध है। पीआरओ ने बताया कि आईआरसीटीसी की साइट से बुकिंग कराने वाले को सुविधा दी जाएगी। लेकिन यह व्यवस्था कोच की उपलब्धता के आधार पर होगी। एनईआर में भी मिल सकेगी व्यवस्थारेलवे में वीआईपी के लिए सैलून कोच की सुविधा उपलब्ध कराई जाती है। सैलून कोच लगाने का आदेश जारी होने पर व्यवस्था की जाती है। लग्जरी सुविधाओं से लैस रेलवे के सैलून कोच का इस्तेमाल अधिकारी अक्सर दूर -दराज की यात्रा, हादसों की जांच पड़ताल के लिए करते थे। लेकिन रेलवे ने व्यवसाय को बढ़ाने के लिए एक नया प्रयोग किया है जिसमें आम यात्री के लिए सैलून कोच की सुविधा दी जाएगी। आईआरसीटीसी की वेबसाइट पर कोई भी पैंसेजर इसकी बुकिंग करा सकेगा। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि कुछ दिन पूर्व ही दिल्ली से जम्मू-कटड़ा के लिए जम्मू मेल से सैलून को अटैच करके भेजा गया था। कोच में एसी बेडरूम, अटैच्ड बाथरूम, डायनिंग एरिया, वालेट सेवा, किचन सहित कई सुविधा दो लाख रुपए के भुगतान पर मुहैया कराई गई थी।
यह होती है सुविधा - सैलून की पालिसी में सुधार करके खड़े रेलवे सैलून आम यात्री को देने की पालिसी बनाई गई। - सैलून कोच का इस्तेमाल एक परिवार पांच दिन तक कर सकेंगे। - एक सैलून कोच में दो बेडरूम, एक लाउंज, एक पेंट्रीकार, एक टॉयलेट और एक किचन होता है। - एक डिब्बे में दो परिवार के लोगों के सफर करने के लिए इंतजाम किया जाता है। - वालेट सर्विस के रूप में सेवादार की सहायता भी मिलेगी। - एक एसी अटेनडेंट और एक सैलून अटेनडेंट भी दिया जाएगा। इनके लिए होता था इंतजाम राष्ट्रपति, रेल मंत्री, राज्यमंत्री के सैलून हरदम तैयार रहते हैं। रेलवे डिवीजन के डीआरएम, एडीआरएम सैलून का इस्तेमाल करते हैं। एक जोन में जोनल अफसरों के लिए सैलून की व्यवस्था की जाती है।रेलवे के सैलून कोच की व्यवस्था का लाभ आमजन भी उठा सकेंगे। इसके लिए आईआरसीटीसी की वेबसाइट पर बुकिंग कराई जा सकेगी। उपलब्धता के आधार पर सैलून कोच की सुविधा मिलेगी।
सीपी चौहान, पीआरओ, एनईआर