जन शिकायतों के निस्तारण के लिए बनाए गए आईजीआरएस पोर्टल पर गोरखपुर की परफॉर्मेंस सुधर रही है. पिछले नंवबर महीने की तुलना में इस बार गोरखपुर की 15वीं रैैंक आई है.


गोरखपुर (ब्यूरो)।गोरखपुर मंडल का ही देवरिया जिला की दूसरे रैंक पर है। कुशीनगर 54 व महाराजगंज 46वीं रैैंक पर है। हालांकि गोरखपुर की रैैंकिंग को लेकर डीएम कृष्णा करुणेश ने टीम को स्पष्ट कर दिया है कि वह टॉप 20 की रैैंकिंग में खुद को बनाए रखना चाहते हैैं। कार्रवाई के बाद बेहतर परफॉर्मेंसडीएम कृष्णा करुणेश ने सितंबर माह 17 वें रैैंक आने पर 16 विभागों के कर्मचारियों के एक दिन का वेतन रोक दिए थे। उसके बाद से ही नवंबर व दिसंबर महीने की रैकिंग में सुधार देखने को मिले। शिकायतों के निस्तारण में तेजी लाने और टीम की सक्रियता को लेकर भी मॉनीटरिंग बढ़ा दी। जिसके बाद गोरखपुर जिले की प्रदेश भर में 15वीं रैैंक आई है। जबकि सदर तहसील की रैैंक 207, कैंपियरगंज 34, गोला 217, चौरीचौरा 173, खजनी 135, बांसगांव 18 व सहजनवां 71वीं रैकिंग मिली है। सदर और गोला में सुधार की जरूरत


आईजीआरएस के प्रभारी एडीएम प्रशासन पुरुषोत्तम दास गुप्ता बताते हैैं कि सदर व गोला तहसील की रैंकिंग में अभी और सुधार की जरुरत है। इसके लिए प्रयास किया जा रहा है कि और बेहतर परिणाम आएं। वहीं ईडीएम नीरज श्रीवास्तव बताते हैैं कि जिन तहसीलों की रैैंकिंग 200 के उपर हैैं, उनके पेंडेंसी देखी जा रही है। उसके अकॉर्डिंग उसे निस्तारित कराया जाएगा। दिसंबर माह में कुल 2600 शिकायतें आई थी। इसमें 1300 मामले महीने के अंत तक शिकायतों का निस्तारण हो गया था। इनमें 7 डिफॉल्टर थे। गोरखपुर जिले में 9 तहसील की परफॉर्मेंस रिपोर्टतहसील - दिसंबर - नवंबर - अक्टूबर - सितंबर - अगस्तकैंपियरगंज - 34 - 56 - 42 - 45 - 76 चौरीचौरा - 173 - 22 - 112 - 61 - 1 सहजनवां - 71 - 141 - 30 - 92 - 36 गोला - 217 - 69 - 137 - 104 - 17खजनी - 135 - 43 - 209 - 141 - 100 बांसगांव - 18 - 56 - 30 - 174 - 9 सदर - 207 - 188- 229 - 205 - 100 गोरखपुर व बस्ती मंडल की रैकिंग जिला - रैैंक गोरखपुर - 15 देवरिया - 2 कुशीनगर - 54 महाराजगंज - 46बस्ती - 29

संतकबीर नगर - 46सिद्धार्थनगर - 54 जिला - रैैंक मेरठ - 15लखनऊ - 6 कानपुर शहर - 25आगरा - 29वाराणसी - 46गोरखपुर -15बरेली - 65प्रयागराज - 20 नोट - दैनिक जागरण आईनेक्स्ट के आठ एडिशन के रैैंक दिसंबर माह में कुल 2600 शिकायतें आई थी। महीने के अंत तक सभी मामले निस्तारित कर दिए गए थे। जो डिफॉल्टर थे। उनके भी कारणों का पता लगाते हुए उसे भी निस्तारित कर दिया गया था। जिन तहसीलों की रैैंकिंग खराब आई है। उसे और बेहतर कराया जाएगा।- कृष्णा करुणेश, डीएम

Posted By: Inextlive