कानपुर (ब्यूरो)। जनसुनवाई (आईजीआरएस) रैंङ्क्षकग में सुधार हुआ है। कानपुर जिला प्रशासन दिसंबर में 44वें रैंक पर आ गया है। डीएम विशाख जी ने रिपोर्ट भेजने में झूठ पकडऩे का फार्मूला लागू कर रखा है, जिससे स्थिति सुधरी है। पिछले मंथ सुनवाई में अनदेखी करने वालों को अल्टीमेटम भी दिया जा चुका है।

क्रॉस चेक से बदली सूरत

वेडनेसडे को जारी हुई आईजीआरएस रैंङ्क्षकग में जिले को कुल 130 में से 111 अंक मिले हैं। 85.38 प्रतिशत अंक मिलने से रैंङ्क्षकग में सुधार हुआ है। पिछले महीनों में भी डिस्ट्रिक्ट की रैंक अचानक गिरी थी। इसके बाद डीएम ने पांच एडीएम व सात एसीएम के माध्यम से हर मंथ दो बार 60-60 कंप्लेन्स की रिपोर्ट की जांच करानी शुरू की। इससे बेहद सुधार आया।

बढ़ाई गई मॉनीटरिंग

एडीएम सिटी डा। राजेश कुमार ने बताया कि जनसुनवाई में इस बार रैंङ्क्षकग में सुधार हुआ है। बड़ा जिला होने के कारण कंप्लेन्स की संख्या भी अधिक रहती है। अब लगातार निगरानी कराकर बेहतरी लाने की दिशा में काम तेज किया गया है। संबंधित डिपार्टमेंट के अधिकारियों को जनसुनवाई मामलों को लेकर लापरवाही नहीं बरतने के निर्देश दिए गए हैं। समन्वय बनाकर नए साल में और बेहतरी लाई जाएगी।