- रेल म्यूजियम के बगल से जाने वाली रोड का जल्द शुरू होगा कंस्ट्रक्शन

- कौवाबाग से आने वाले पैसेंजर्स को होगी सहूलियत

- रेलवे ने जीएम ऑफिस प्रिमाइसिस बंद करने का किया है फैसला

GORAKHPUR: रेलवे ने कौवाबाग अंडरपास को पब्लिक की आवाजाही के लिए सोमवार शाम से शुरू कर दिया। सिटी की करीब 30 हजार आबादी को इससे फायदा भी मिलने लगा। आने वाले दिनों में लोगों को अब और राहत मिलने वाली है। कौवाबाग से कनेक्टिंग रोड को रेलवे ने अब बनाने की कवायद भी शुरू कर दी है। करीब दो करोड़ की लागत से बनने वाली इस रोड से लोगों की राह आसान होगी तथा बिछिया, रेलवे कालोनी के साथ ही जेल बाईपास और सरस्वतीपुरम जाने वाले लोगों को भी ज्यादा भागदौड़ नहीं करनी पड़ेगी।

कैट आई के साथ लगेंगे पौधे

रेलवे की ओर से बनाई जाने वाली यह रोड बेहतर बनाए जाने की तैयारी है। इसकी टेंडर और दूसरी प्रॉसेसिंग शुरू हो चुकी है, जल्द ही इसका वर्कऑर्डर इश्यू कर काम शुरू हो जाएगा। इस रोड के बीच में जहां एलईडी लाइटिंग करने की तैयारी की गई है, वहीं लोगों का ध्यान न भटके इसके लिए राहों में कैट आई भी लगाई जाएगी, जो लोगों को साइड और डिवाइडर का ध्यान दिलाती रहेगी। इतना ही नहीं, सड़क के दोनों किनारों पर रेलवे पौधे भी लगाएगा, जिससे कि पॉल्यूशन कंट्रोल हो सके तथा लोगों को मुश्किलों का सामना न करना पड़े।

अंडर पास से बढ़ेगी आवाजाही, जाम से निजात

कौवाबाग पर बने अंडरपास के शुरू हो जाने से लोगों का काफी फायदा हुआ है। जहां उनको कम दूरी तय करनी पड़ रही है वहीं मोहद्दीपुर ओवरब्रिज पर लगने वाले जाम से भी आजादी मिल गई है। इतना ही नहीं, अंडरपास बन जाने से रेलवे के एंप्लाइज ने भी राहत की सांस ली है। मगर रेलवे ने अब जीएम ऑफिस प्रिमाइसिस में बाहरी एंट्री को रोकने के लिए बैरियर लगवा दिए हैं। ऐसे में रेल म्यूजियम के बगल से गुजरने वाली रोड पर दबाव बढ़ेगा, जिसे ध्यान में रखते हुए रेलवे के जिम्मेदारों ने इस रोड को बनाने की प्रॉसेस काफी तेज कर दी है, जिससे कि लोगों को किसी तरह की मुश्किलों का सामना न करना पड़े।

अंडरपास बन जाने के बाद रेलवे प्रिमाइसिस पर आउट साइडर्स की एंट्री पर प्रतिबंध रहेगा। जिन्हें रेलवे में काम है, वह अपनी एंट्री कराकर अंदर आ सकते हैं। वहीं रेलवे एंप्लाइज को अपनी आईडी दिखानी होगी। लोगों को परेशानी न हो, इसके लिए म्यूजियम के बगल से गुजरने वाली रोड को बनाने की प्रॉसेस तेज कर दी गई है।

- पंकज कुमार सिंह, सीपीआरओ, एनई रेलवे

Posted By: Inextlive