गुरु गोरखनाथ की तपस्थली गोरखनाथ मंदिर में मकर संक्रांति पर लगने वाला खिचड़ी मेला शनिवार 1 जनवरी से शुरू हो गया. इसकी औपचारिक इनॉगरेशन मकर संक्रांति से होगा. गोरखपुराइट्स ने नए साल का जश्न मनाते हुए एक जनवरी से ही मेले का आनंद लेना शुरू कर दिया. मंदिर परिसर में अधिकतर दुकानें लग चुकी हैं. झूले ब्रेक डांस बड़ी नाव सोलंबो आदि सभी के लिए मनोरंजन को तैयार हैं. बची दुकानों को अंतिम रूप दिया जा रहा है. गोरखनाथ मंदिर का माहौल पूरी तरह सतरंगी हो गया है.


गोरखपुर (ब्यूरो)। शनिवार को बड़़ी संख्या में लोग मेले में पहुंचे। उन्होंने मेले का भरपूर आनंद लिया। मेला परिसर में कई प्रकार के झूले, चर्खी, जादू, सौंदर्य प्रसाधन, घरेलू सामान, खजला और चाट-पकौड़े की दुकानें सज गई हैं। प्रदेश के अलग-अलग जिलों से आए दुकानदारों ने आम आदमी को ध्यान रखकर सामान की खेप मंगाई है। अलग-अलग दुकानों में रोजमर्रा की जरूरत की करीब हर चीज लोगों की जरूरत के अनुसार मौजूद हैं। मकर संक्रांति 15 जनवरी को मनाई जाएगी। इसी दिन गोरखनाथ बाबा को खिचड़ी चढ़ाई जाएगी।पूरे दिन रही भीड़ गोरखनाथ मंंदिर में खिचड़ी मेले के साथ-साथ लोग नौकायन का भी लुत्फ उठाते दिखे। ब्रेक डांस, सेलम्बो का खास क्रेज देखने को मिला, मेला परिसर में कई प्रकार के झूले लग


गए हैं। बच्चों और बड़ों ने उनका आनंद लेना भी शुरू कर दिया है। इलाहाबाद से ब्रेक डांस व ड्रैगन, बहराइच से ज्वाइंट ह्वील, मऊ से सेलेम्बो, शाहजहापुर से टोरा-टोरा का विशेष क्रेज है। जादू के साथ ही बच्चों के लिए जंपिंग मिक्की माउस है तो निशाना साधने के लिए बंदूक व गुब्बारे भी उपलब्ध है।यह है मेले की खासियत - ब्रेक डांस - सेलम्बो- बड़ी नाव - बोन सी - ड्रैगन - टोरा टोरा - ज्वाइंट व्हील - मारुति सर्कस

एक जनवरी से मेला शुरू हो गया है। आसपास के इलाकों के लजीज व्यंजन भी यहा ठेले से लेकर बड़ी दुकानें सज गईं है। गोरखनाथ मंदिर मेले की तैयारी पूरी हो चुकी है। ज्यादातर दुकानदारों ने अपने तय स्थान पर प्रतिष्ठान सजा लिया है। कुछ इसे अंतिम रूप दे रहे हैं। लोगों की आवक शुरू हो गई है। शिव शंकर उपाध्याय, मेला प्रबंधक, गोरखनाथ मंदिर

Posted By: Inextlive