Gorakhpur : तारीख ६ अक्टूबर २०१३ दिन संडे. यह दिन गोरखपुर के इतिहास में दर्ज हो गया. कभी पूर्व के शिकागो और अभी इंसेफेलाइटिस के प्रकोप के लिए जाने जाने वाले गोरखपुर की पहचान अब बदल गई?है. अब दुनिया गोरखपुर को उस शहर के रूप में जानेगी जहां दुनिया सबसे लंबा प्लेटफॉर्म है. दुल्हन की तरह सजी गोरखधाम एक्सप्रेस जब प्लेटफॉर्म नंबर एक से रवाना हुई तो वह दुनिया के सबसे लंबे प्लेटफॉर्म पर थी. इस ऐतिहासिक मौके की गवाह एक दो सौ लोग नहीं बल्कि हजारों लोग बने. रेलवे प्लेटफॉर्म की रिमॉडलिंग के साथ गोरखपुर रेलवे स्टेशन को तीन नए प्लेटफॉर्म का तोहफा भी मिला. इस मौके पर जीएम कृष्ण कुमार अटल जीएम सेक्रेट्री अमित सिंह सीओएम रणविजय सिंह सीसीएम अरविंद कुमार और सीपीआरओ आलोक कुमार समेत रेलवे के कई आला अफसर मौजूद थे.


गिनीज बुक में दर्ज होगा नाम दुनिया के नक्शे पर गोरखपुर रेलवे स्टेशन ने अपना नाम दर्ज कर लिया। अभी तक दुनिया के सबसे लंबे प्लेटफॉर्म के रूप में पश्चिम बंगाल के खडग़पुर का नाम गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज है, जिसकी लंबाई ८३३ मीटर है। अब गोरखपुर रेलवे स्टेशन,  जिसके प्लेटफॉर्म की लंबाई १३५५.४ मीटर है, ने खडग़पुर के रिकॉर्ड को तोड़ दिया है.  हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि होनी बाकी है। सीपीआरओ आलोक कुमार सिंह ने बताया कि गिनीज बुक के लिए प्रपोजल भेजा जा चुका है। इसके लिए अन्य औपचारिकताएं पूरी कर ली गई हैं और दिसंबर तक गिनीज बुक गोरखपुर रेलवे को प्रमाण पत्र जारी कर देगा। सौगातों का दिन


रिमॉडलिंग के बाद गोरखपुर रेलवे स्टेशन को तीन नए प्लेटफॉर्म की सौगात मिली है। अब स्टेशन पर सात नहीं, बल्कि दस प्लेटफॉर्म पर ट्रेन्स आवाजाही होगी। अब एक से लेकर नौ नंबर तक फुल लेंथ प्लेटफॉर्म पर गाडिय़ां आएगी और वहां से रवाना होगी। इसके अलावा रिमॉडलिंग के बाद १५ रनिंग लाइन भी तैयार हो गई, जबकि पहले मात्र ११ ही रनिंग लाइन थी। साथ ही हाईटेक कंट्रोल रूम भी बनाया गया है।वल्र्ड क्लास होगी सुविधा

वल्र्ड के सबसे लंबे प्लेटफॉर्म का रुतबा हासिल करने के बाद रेलवे स्टेशन को भी हाईटेक किया जाएगा। सीपीआरओ आलोक सिंह ने बताया कि जल्द ही फुट ओवरब्रिज और एस्केलेटर का काम भी शुरू हो जाएगा। पैसेंजर्स की सुविधा के लिए स्टेशन पर फूड प्लाजा का भी बनाया जाएगा।सुंदर होगा यहां का नजारा अब गोरखपुर जंक्शन की तस्वीर पूरी तरह से बदल जाएगी। एक तरफ यात्री प्लेटफार्म नंबर एक और कैब वे की तरफ से रोड तक आ सकेंगे, वहीं असुरन, बशारतपुर और धर्मशाला रोड की तरफ जाने वाले यात्री प्लेटफार्म नंबर दस की तरफ से बाहर निकल सकेंगे। ११ दिनों में युद्धस्तर पर काम पूरा कर  रेलवे की टीम ने सराहनीय काम किया है। टीम के साथ मैं पैसेंजर्स और पब्लिक को भी धन्यवाद देना चाहूंगा, जिन्होंने रिमॉडलिंग के दौरान धैर्य रखा। अक्टूबर तक गोरखपुर से छपरा तक के डबल ट्रैक का काम भी पूरा कर लिया जाएगा।-कृष्ण कुमार अटल, रेलवे जीएम आज का दिन मेरे कॅरियर का सबसे यादगार दिन है.  नंबर वन प्लेटफॉर्म से ट्रेन चलाने वाला मैैं पहला लोको पायलेट हूं। आज का दिन एतिहासिक है।- राम नारायण प्रसाद, लोको पायलट गोरखधाम मुझे गर्व है कि मैं जो ट्रेन लेकर जा रहा हूं, वह ऐसे प्लेटफॉर्म से शुरू हो रही है, जो दुनिया का सबसे लंबा प्लेटफॉर्म है।

- रामानुज कुमार, असिस्टेंट पायलट गोरखधाम अभी तक सुना था कि वल्र्ड का सबसे लंबा रेलवे स्टेशन ब्रिटेन में है, लेकिन अब हमें भी गर्व होता है कि वल्र्ड का सबसे लंबा प्लेटफार्म गोरखपुर में है। रवि यादवगोरखपुर में एनईआर का मुख्यालय होने के साथ-साथ वल्र्ड क्लास प्लेटफॉर्म भी हो गया है। यह केवल रेलवे के लिए नहीं बल्कि गोरखपुराइट्स के लिए भी अहम है। प्रदीप कुमारथैंक्स, अब जगतबेला और डोमिनगढ़ स्टेशन पर वेट नहीं करना पड़ेगा। ट्रेन सीधे स्टेशन पर आएगी। वल्र्ड क्लास प्लेटफॉर्म का दर्जा गोरखपुर को मिला, इसके लिए सबसे ज्यादा खुशी हम लोगों को होनी चाहिए। वरूणा, पैंसेंजर पहले इस बात की जानकारी नहीं थी कि प्लेटफॉर्म का शुभारंभ आज ही होना है। जितनी प्रॉब्लम हमें रिमॉडलिंग के दौरान हुई, उससे ज्यादा खुशी आज हो रही है। दीपिका पांडेय, पैंसेंजरखास बातें-अब प्लेटफॉर्म नंबर एक पर एक साथ २६ कोचों वाली दो ट्रेन्स खड़ी हो सकेंगी।-पहले गोरखपुर रेलवे स्टेशन पर ७ प्लेटफॉर्म थे, अब १० प्लेटफॉर्म हैं।-गोरखपुर स्टेशन से होकर या यहां से जेनरेट होने वाली ट्रेन्स यूपी, बिहार सहित कई स्टेट्स के ५४ जिलों में जाती हैं।

Posted By: Inextlive