पूर्वांचल वितरण निगम गोरखपुर जोन के विभिन्न खंडों के 5 से 9.99 किलोवाट वाले करीब 11 हजार कनेक्शनों के बिजली मीटर बदलने पर पूर्वांचल एमडी ने रोक लगा दी है. इन कनेक्शनों पर एमआरआई बिलिंग के लिए ऑनलाइन सिस्टम में डेटा फीडिंग का काम चल रहा है. प्रयोग के तौर पर हर माह इन कनेक्शनों के मीटर की निजी एजेंसी के कर्मचारी एमआरआई करेंगे. इसमें कंज्यूमर्स की ओर से इस्तेमाल किए जा रहे विद्युत लोड रीडिंग व करंट का ब्यौरा तीन-तीन महीने पर एमडी कार्यालय को भेजा जाएगा. एमआरआई से यह भी पता चल जाएगा कि कंज्यूमर्स का मीटर ठीक चल रहा या नहीं.


गोरखपुर (ब्यूरो)। पूर्वांचल के विभिन्न क्षेत्रों में 5 से 9.99 किलोवाट के कनेक्शनों की जांच में बड़े पैमाने पर मीटरों में शंट लगाकर बिजली चोरी करने के मामले समाने आने पर पावर कॉरपोरेशन ने इन कनेक्शनों पर एमआरआई कराने के निर्देश दिए है। इसी क्रम में पूर्वांचल एमडी कार्यालय ने थ्री फेज कनेक्शनों पर एमआरआई बिलिंग सिस्टम लागू करने को ऑनलाइन बिलिंग सिस्टम में डेटा फीडिंग का काम शुरू करा दिया है। एसई की अनुमति जरूरी


इसी क्रम में पूर्वांचल एमडी कार्यालय के मुख्य अभियंता वाणिज्य प्रथम संजय वर्मा ने कार्यालय ज्ञापन जारी कर रोक लगाई दी। विशेष परिस्थितियों में संबंधित क्षेत्र के अधीक्षण अभियंता की ओर से लिखित अनुमति पर ही मीटर बदले जा सकेंगे। मीटर जलने या खराब होने पर भी एसई की अनुमति आवश्यक होगी। मीटर उतारते समय वीडियो ग्राफी भी कराई जाए। ताकि सवाल उठने पर उसे प्रस्तुत किया जा सके। नगरीय क्षेत्र में पिछले माह करीब 1150 कनेक्शनों के मीटरों की एमआरआई हुई। इस माह सभी क्षेत्रों के कनेक्शनों पर एमआरआई होगी।

पूर्वांचल एमडी कार्यालय ने 5 से 9.99 केवी तक कनेक्शनों पर लगे मीटर को बदलने पर रोक लगा दी है। इस आदेश से जोन के सभी अभियंताओं को अवगत करा दिया गया है। विशेष परिस्थितियों में क्षेत्र के एसई की अनुमति पर ही मीटर बदले जाएंगे।- ई। एके सिंह, चीफ इंजीनियर

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