एक ओर डीडीयू ताबड़तोड़ पेपर आउट के होल भरने में जुटा है तो दूसरी ओर उसकी परीक्षा तैयारियों पर रोज नए सवाल उठ खड़े हो रहे हैं. आपको जानकर हैरानी होगी कि डीडीयू का एक एंप्लॉई परीक्षा सामान्य विभाग में ऑफिस सुपरिटेंडेंट का काम भी देख रहा है और खुद महराजगंज के एक कॉलेज से बीए थर्ड इयर का एग्जाम भी दे रहा है. ये दोनों जिम्मेदारियां वह एक साथ निभा रहा है. सवाल यह नहीं कि एंप्लॉई एग्जाम कैसे दे रहा है बल्कि यह है कि उसकी ड्यूटी परीक्षा सामान्य विभाग में डीडीयू ने सब कुछ जानते हुए क्यों लगा रखी है?

बतौर प्राइवेट स्टूडेंट देंगे एग्जाम

परीक्षा सामान्य डिपार्टमेंट के ऑफिस सुपरीटेंडेंट रामदरश इस साल बीए थर्ड इयर का एग्जाम दे रहे हैं। उन्होंने राजीव गांधी मेमोरियल डिग्री कॉलेज, लेहड़ा बृजमनगंज से प्राइवेट स्टूडेंट के रूप में फॉर्म भर रखा है। इस कॉलेज का सेल्फ सेंटर है। डीडीयू एग्जाम में उनका रोल नंबर 5113080301 है। इन्होंने लास्ट इयर भी प्राइवेट से फॉर्म भरा था और सेकेंड इयर के एग्जाम दिए थे।

शुचिता पर खड़े हो रहे सवाल
एग्जाम में बैठने वाले परीक्षार्थी का खुद एग्जाम से जुड़े कामों में दखल रखना कितना नैतिक है, यह एक बड़ा सवाल है। परीक्षा सामान्य एक ऐसा विभाग है जहां के एम्प्लॉईज से एफिलिएटेड कॉलेजों के विभिन्न काम होते हैं। ऐसे में यह भी संभावना है कि कॉलेज यहां के एम्प्लॉईज को खुश रखने के लिए अपने यहां एग्जाम देने में स्पेशल फेवर करें।

सीनियर एंप्लॉईज ने गलत बताया
इस बारे में जब यूनिवर्सिटी के ही कुछ सीनियर एम्प्लॉईज से बात की गई तो उन्होंने भी इसे गलत बताया। उन्होंने कहा इस तरह से एग्जाम की शुचिता तार-तार होती है। अगर यूनिवर्सिटी इस तरह की बातों को इग्नोर करते हुए अपने एग्जाम कराती है, तो उसमें कमियां कैसे दूर हो सकती हैं?

इस बारे में पूछे जाने पर डीडीयू के वीसी प्रो। पीसी त्रिवेदी ने बताया कि एग्जाम देने वाले एम्प्लॉई को सीक्रेसी वाले डिपार्टमेंट से अलग रखा गया है। उन्होंने कहा कि एम्प्लाई यूनिवर्सिटी का एग्जाम देते हुए परीक्षा सामान्य विभाग में काम कर सकता है।

Posted By: Inextlive