GORAKHPUR : डीडीयू गोरखपुर यूनिवर्सिटी से बीएड कर रहे सेशन 2012-13 के स्टूडेंट्स के लिए बुरी खबर है. गोरखपुर यूनिवर्सिटी की एडमिशन कमेटी ने उन्हें झटका दे दिया है. अब उन्हें छूटे हुए पेपर देने का दोबारा मौका नहीं मिलेगा. इससे न सिर्फ स्टूडेंट्स का फ्यूचर डार्क में चला गया. उनके पिछले कुछ महीने भी सिर्फ दोबारा एग्जाम देने के इंतजार में बर्बाद हो गए हैं. यूनिवर्सिटी के इस फैसले से स्टूडेंट्स को करारा झटका लगना तय है.


एग्जाम टाइमटेबल में चेंज की वजह से छूटा था पेपरडीडीयू गोरखपुर यूनिवर्सिटी में स्टार्ट हुए बीएड एग्जाम में सैकड़ों स्टूडेंट्स का पहला पेपर छूट गया था। स्टूडेंट्स की मानें तो इसकी वजह एन मौके पर यूनिवर्सिटी द्वारा टाइम टेबल चेंज किया जाना था, जबकि यूनिवर्सिटी के जिम्मेदार वेबसाइट पर डीटेल मौजूद होने का हवाला देकर कन्नी काटते नजर आ रहे थे। इस दौरान स्टूडेंट्स ने काफी बवाल भी मचाया था। रजिस्ट्रार के समझाने के बाद वह वापस लौटे थे।इवनिंग शिफ्ट चेंज कर मार्निंग कर दी थी
स्टूडेंट्स का यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन पर आरोप है कि उन्होंने एग्जामिनेशन टाइम दोपहर का दिया था, लेकिन एग्जामिनेशन के करीब आने पर उन्होंने इसे मार्निंग शिफ्ट में कर दिया, जिससे दूर-दराज में रहने वाले स्टूडेंट्स को इसकी इंफॉर्मेशन नहीं हो सकी और उनका पहला पेपर छूट गया। स्टूडेंट्स का कहना था कि अगर इस मामले में उन्हें पहले इंफॉर्मेशन दे दी गई होती तो शायद उनका पेपर नहीं छूटता।मासकॉपी वाले स्टूडेंट्स को भी करना पड़ेगा इंतजार


एग्जामिनेशन कमेटी के डिसीजन में मासकॉपी की जद में आए कॉलेज और उनके स्टूडेंट्स को भी राहत नहीं मिली है। एग्जामिनेशन कंट्रोलर अखिलेश पाल ने बताया कि एग्जिक्युटिव कमेटी के मेंबर जगदंबिका पाल के अनुरोध पर मासकॉपी की जद में आए स्टूडेंट्स जिन्हें 40 परसेंट नंबर काट कर दिए जाते हैं, उस रूल को मॉडिफाई करने के लिए कमेटी फॉर्म की गई है। यह कमेटी अपनी इनवेस्टिगेशन के बाद अपना फैसला देगी, जो नेक्स्ट सेशन से लागू होगा। इसके साथ ही उन्होंने बीपीएड एग्जाम जल्द कराने की बात कही है।

Posted By: Inextlive