तेरा ध्यान किधर है, जेब्रा क्रॉसिंग इधर है..
- जेब्रा क्रॉसिंग है तो क्या हुआ, कोई फर्क नहीं पड़ता यहां
- शहर के विभिन्न चौराहों पर मजाक बन जाते हैं नियम- कानून - तमाशबीन बनी रहती ट्रैफिक पुलिस, कार्रवाई से करते परहेज GORAKHPUR: शहर में ट्रैफिक व्यवस्था सुधारने को लेकर खूब कवायद हो रही है। चौराहों पर मौजूद पुलिस फोटो खींचकर लोगों का चालान भी कर रही है, लेकिन इसके बाद भी ट्रैफिक रूल रोजाना तोड़े जा रहे हैं। बड़े-बड़े ऑफेंस पर तो सभी का ध्यान है, लेकिन ट्रैफिक की बेसिक्स में शामिल चौराहों पर बने जेब्रा क्रॉसिंग हर लेवल पर नजर अंदाज कर दी जा रही है। पब्लिक के लिए यह बेमतलब है, तो वहीं जिम्मेदार भी इसको लेकर संजीदा नहीं हैं। अवेरयरनेस कैंपेन तो दूर की बात है, यहां तो नियम तोड़ने वालों को टोकने की भी फुर्सत किसी के पास नहीं है। कहीं गायब तो कहीं नहीं होता पालनशहर के भीतर प्रमुख चौराहों पर बनाई गई जेब्रा क्रासिंग बेमतलब नजर आते हैं। चौराहों पर जब रेड सिग्नल के दौरान व्हीकल खड़े होते हैं, तो क्रॉसिंग कहां है, इसकी फिक्र किसी को नहीं है। बस आगे बढ़ने की होड़ में लोग इसे नजर अंदाज कर आगे बढ़ जा रहे हैं। नियम यह है कि रेड सिग्नल होने पर सभी व्हीकल ड्राइवर अपनी गाडि़यों को जेब्रा क्रॉसिंग के पहले रोक दें। इससे पैदल आने जाने वालों को कोई असुविधा न हो। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने गुरुवार को विभिन्न चौराहों का हाल देखा। इस दौरान यह सामने आया कि लोग जेब्रा क्रॉसिंग को लेकर अवेयर नहीं हैं। ट्रैफिक सेंस का मजाक बनाते हुए लोग नियमों की धज्जियां उड़ाते रहे। ट्रैफिक पुलिस कर्मचारी भी इस बात को लेकर गंभीर नजर नहीं आए।
समय : दोपहर 1:50 स्थान : गणेश चौक शहर के प्रमुख चौराहों में गणेश चौराहा शुमार है। इस चौराहे पर नियमित ढंग से पुलिस कर्मचारियों की तैनाती होती है। ट्रैफिक के दीवान सहित चार होमगार्ड्स ट्रैफिक संभालते हैं। इस चौराहे पर रेड सिग्नल बंद होने पर लोग जेब्रा क्रॉसिंग पर नजर आए। जेब्रा क्रॉसिंग पर खड़े लोगों को पीछे करने के लिए किसी ने कुछ नहीं कहा। सिग्नल खुलने पर लोग भाग खड़े हुए। समय : दोपहर 1:37 स्थान : कचहरी चौराहाकचहरी चौराहे पर काफी भीड़ रहती है। गुरुवार की दोपहर उनका ट्रैफिक नहीं था जितना आमतौर पर होता है। यहां पर भी पुलिस कर्मचारियों की भारी भरकम ड्यूटी लगती है। लेकिन इस चौक पर जेब्रा लाइन गायब हो चुकी है। इसलिए जब भी ट्रैफिक बंद होता है तो लोग जहां-तहां जम जाते हैं। जेब्रा क्रॉसिंग भी कोई चीज हाती है। इसकी परवाह कोई नहीं करता है।
समय : दोपहर 2:04 स्थान : मोहद्दीपुर चौक मोहद्दीपुर चौराहा भी शहर का प्रमुख चौराहा है। मेडिकल कॉलेज रोड, देवरिया और कुशीनगर सहित लखनऊ को जोड़ने वाले इस चौराहे पर एक टीएसआई, एक दीवान सहित छह होमगार्ड्स की ड्यूटी लगती है। इस चौराहे का चौड़ीकरण हुए एक साल से अधिक का समय गुजर गया, लेकिन चौराहे पर जेब्रा क्रॉसिंग बनाई ही नहीं जा सकी। चौराहे पर ट्रैफिक लोड ज्यादा होने से सिग्नल बंद किए जाने के दौरान काफी भीड़ हो जाती है। यहां पर कई बार ऐसा होता है कि एक तरफ के लोग दूसरी ओर बढ़कर खड़े हो जाते हैं। ऐसे में जैसे ही ट्रैफिक खुलता है तो आपाधापी मचने पर एक्सीडेंट का खतरा रहता है। इन बातों का रखें ध्यान -रेड सिग्नल होते ही जेब्रा क्रॉसिंग से पहले रुके। -ग्रीन सिग्नल के बाद ही चले। -जहां ड्राइवर नहीं देख पाएं, वहां सड़क पार करने से बचे। -सामने से आ रहे ट्रैफिक को देखें, तब जाकर आगे बढ़ें। जेब्रा क्रॉसिंग से पहले खड़ी करें व्हीकलट्रैफिक नियमों के अनुसार जब व्हीकल लेकर रेड सिग्नल पर रुकने के दौरान लोग अपने व्हीकल को जेब्रा क्रॉसिंग पर चढ़ा देते हैं। सिग्नल के पहले रोड पर बने जेब्रा क्रॉसिंग का इस्तेमाल आमतौर पर रेड लाइन के दौरान पैदल सड़क पार करने के लिए होता है। रेड लाइन होने की दशा में जब जेब्रा क्रॉसिंग पर गाड़ी खड़ी होती है, तो यह मान लिया जाता है कि ट्रैफिक नियम का उल्लंघन हुआ है। इससे पैदल चलने वालों को प्रॉब्लम होती है। इसके उल्लंघन पर सौ रुपए का जुर्माना लगाने का नियम है।
चौराहे पर ट्रैफिक कंट्रोल करने के लिए पुलिस कर्मचारियों की तैनाती होती है। जेब्रा क्रॉसिंग के नियम तोड़ने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। कई जगहों पर जेब्रा क्रॉसिंग गायब हो गई है। उसे ठीक कराने के बाद अभियान शुरू किया जाएगा। आशुतोष शुक्ला, एसपी ट्रैफिक