शहर के एक डॉक्टर का बेटा इस कदर ड्रग्स का आदि हो गया कि वो लत पूरी करने के लिए घर में चोरी भी करने लगा. आए दिन बेटे की चोरियों से अब परिवार भी परेशान है.


गोरखपुर (ब्यूरो)।रुपए खर्च करने के बाद भी डॉक्टर बेटे को ड्रग्स की लत से बाहर नहीं निकाल पाए। यह एक ऐसी परेशानी है, जिससे गोरखपुर ही नहीं आसपास में रहने वाले न जाने कितने परिवार गुजर रहे हैं। नशे की लत में आ चुके युवा छोटे-मोटे अपराध करने से भी परहेज नहीं करते हैं। ऐसे में यूथ को ड्रग्स से बचाने के लिए उनके परिवार के साथ अब पुलिस भी कंधे से कंधा मिलाकर चलेगी। ड्रग्स को जड़ से खत्म करने के लिए एक अप्रैल से पुलिस ऑपरेशन सुदर्शन चलाएगी, जिससे यूथ को नशे के इस दलदल से बाहर निकाला जाएगा। कमेटी करेगी खोज
गोरखपुर जोन के सभी जिले में एक साथ एक अप्रैल से ऑपरेशन सुदर्शन शुरू होगा। शहर में 15 दिन के अंदर सभी थानों की पुलिस को मुहल्ला सुरक्षा समिति का गठन करना है। रूरल एरियाज में पहले से सीमित बन चुकी है। शहर में मुहल्ले के संभ्रांत नागरिक, टीचर, डॉक्टर, व्यवसायी, रिटायर्ड पुलिस और फौजी को इस समिति में रखा जाएगा। जिन एरियाज में नशे की अधिक शिकायतें आती हैं, वहां पर समिति की संख्या ज्यादा, लेकिन सदस्यों की संख्या कम रखी जाएगी। इसमे शामिल लोग मोहल्ले में नशे का सेवन करने वाले व्यक्तियों की पहचान करेंगे। जेल नहीं सुधारेगी पुलिस


समिति के साथ मिलकर बीट उप निरीक्षक और बीपीओ मोहल्ले में नशा करने वालों की लिस्ट बनाएंगे। सभी थानों में इसके लिए एक रजिस्टर रखा जाएगा। जिसमें नशा करने वालों का नाम रहेगा। पुलिस ड्रग्स लेने वालों को जेल नहीं बल्कि उनकी कांउसलिंग कर सुधारेगी। नेपाल कैसिनो जाने वालों का भी नाम थाने के रजिस्टर मेें स्मैक, चरस, इंजेक्शन, नशे का टेबलेट, सुलेशन का नशा करने वालों के साथ ही नेपाल कैसिनो जाने वालों के भी नाम शामिल किए जाएंगे। 30 अप्रैल तक पुलिस को समिति के साथ मीटिंग कर एक लिस्ट भी तैयार कर लेनी है। नशे से पीडि़त परिवार के साथ मनोवैज्ञानिक और भावनात्मक सहयोग देने के लिए थाने की महिला पुलिस को भी नियुक्त किया जाएगा। घरों में परिवार के साथ बैठकर पुलिस उन्हें मजबूती प्रदान करेंगी। मोहल्लावार महिला पुलिसकर्मी को भी 15 अप्रैल तक नामित करना है। नशा मुक्ति केंद्र भी बनेगा मददगारइस अभियान में नशा मुक्ति केन्द्र की भी मदद ली जाएगी। नशा छुड़ाने के लिए लत में आए व्यक्तियों को नशा मुक्ति केन्द्र भी भेजा जाएगा। ये भी प्रयास किया जा रहा है कि जिनके पास पैसा ना हो उन्हें आर्थिक रूप से भी पुलिस ट्रस्ट और संभ्रांत व्यक्तियों से मदद करवाएगी। स्कूलों में चलेगा अभियान

नशा उन्मूलन को लेकर सभी स्कूलों, कॉलेजों और कोचिंग संस्थाओं में जागरुकता अभियान चलेगा। रूरल एरियाज में नुक्कड़ नाटक और लावारिस बच्चों के बीच जागरुकता कार्यक्रम होंगे। यहां लगेंगे सीसीटीवी कैमरेजिन एरियाज से नशीले पदार्थ की बेचने की शिकायत आती है। वहां पर सीसीटीवी कैमरा लगाया जाएगा। हाईलाइट्स - - गोरखपुर में 200 नशा करने वाले हुए चिह्नित। - नशे से पीडि़त व्यक्तियों और परिवार के लिए जारी होंगे हेल्पलाइन नंबर। - रूरल एरियाज में नशे से पीडि़त लोगों को परामर्श अवेलबल कराया जाएगा।- नशा छोड़ चुके सुधरे व्यक्तियों का भी लिया जाएगा सहयोग। ड्रग्स को जड़ से खत्म करना है। ड्रग्स लेने वालों को सुधारना है। ड्रग्स की तस्करी करने वालों पर शिकंजा कसना है। इसके लिए जोन में एक अप्रैल से ऑपेरशन सुदर्शन शुरू किया जा रहा है। अखिल कुमार, एडीजी जोन

Posted By: Inextlive