Gorakhpur : साइक्लोन फैलिन का इफेक्ट गोरखपुराइट्स को दो दिन की झमाझम बारिश के रूप में देखने को मिला. इस बारिश से चेंज हुए टेंप्रेचर ने लोगों को ठंड का अहसास कराया तो अनेक बीमारियां भी गिफ्ट में दी. टेंप्रेचर में आए सडन चेंजेस से कई तरह के बैक्टीरिया और वायरस फिर एक्टिव हो गए. वहीं सुहावना मौसम का लुत्फ उठाने के फेर में की गई लापरवाही गोरखपुराइट्स को बीमारी के रूप में झेलनी पड़ रही है.


हर चौथा शख्स परेशानमौसम में आए चेंज से सिटी का हर चौथा शख्स किसी न किसी बीमारी से परेशान है। किसी का खांसी से बुरा हाल है तो कोई अकडऩ और बॉडी पेन से परेशान है। वहीं दो दिन में हुई बारिश में जो भीग गया वह फीवर, सर्दी-जुकाम के साथ बॉडी में दाने, रेसेस और चकत्ते से परेशान है। डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल, मेडिकल कॉलेज और प्राइवेट क्लीनिक में दिन बीतने के साथ मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। डॉक्टर्स के मुताबिक इस सीजन में बचकर रहना चाहिए। क्योंकि ये मौसम सुहावना कम है और खतरनाक अधिक है। फिर बढ़ गया डेंगू का अटैक
नवंबर स्टार्ट होने के साथ डेंगू का इफेक्ट न के बराबर हो जाता है और अक्टूबर में धीरे-धीरे कम होने लगता है। मगर दो दिन हुई लगातार बारिश के बाद टेंप्रेचर में अचानक चेंज आया। इससे डेंगू का अटैक फिर बढ़ जाएगा। साथ ही जांडिस और टाइफाइड भी मौसम में आए चेंज के कारण कम होने के बजाए बढऩे के चांस है। साथ ही बच्चों में इंसेफेलाइटिस का प्रकोप भी एक बार फिर बढ़ेगा। जबकि यह सीजन उसके कम होने का था।


टेंप्रेचर में सडन चेंज होने से बॉडी खुद को एडजेस्ट नहीं कर पाती है। इससे कई तरह की डिजीज एक साथ अटैक करती है। इस टाइम फीवर, खांसी के साथ बॉडी पेन और अकडऩ अधिक सता रही है।  डॉ। एस श्रीवास्तव, फिजीशियनसता रही है ये डिजीज-सर्दी जुकाम-लूज मोशन-उल्टी-तेज बुखार-खांसी-सांस फूलना-बॉडी में तेज दर्द-बॉडी में अकडऩ-जांडिस-टाइफाइड-डेंगू

Posted By: Inextlive