GORAKHPUR : हर साल पूरे रोजे रहने वाले गोरखपुराइट्स के सब्र का असल इम्तेहान इस बार होगा. इस बदलते मौसम और उमस भरी गर्मी के बीच न सिर्फ उन्हें अपनी प्यास को काबू में रखना होगा बल्कि भूख को भी बर्दाश्त करना होगा. सिर्फ यही नहीं आम तौर पर रोजे के दौरान सहर से अफतार के बीच का वक्त अब पहले के मुकाबले बढ़ गया है. सिटी के लोगों की माने तो उनको करीब 30 साल के बाद इतने लंबे वक्त तक रोजा रखने का मौका मिलेगा. इस बार अब तक का सबसे बड़ा रोजा 15 घंटे से भी ज्यादा को होगा. पहले रोजे की सेहरी 3.31 तक खाई जा सकती है तो वहीं रोजा खोलने का वक्त 7 बजे है. इस तरह से सेहरी से अफतार के बीच का वक्त पूरे 15 घंटे और 29 मिनट है.


वर्किंग यूथ का खास इम्तेहानइस रोजे यूं तो सभी का कड़ा इम्तेहान होगा लेकिन इसमें खासतौर पर बुजुर्गों और वर्किंग यूथ का इम्तेहान होगा। दिनभर मार्केट में दौड़ लगाने वाले सिटी के यूथ को इस उमस भरी गर्मी में अपना रोजा पूरा करना है। लास्ट इयर मौसम कुछ बेहतर हो जाने की वजह से रोजे आसानी से गुजर गए थे, लेकिन पिछले कुछ दिनों से मौसम के मिजाज को देखते हुए इस बार का रोजा काफी मुश्किल लग रहा है, लेकिन अल्लाह को खुश करना है और अपनी मगफिरत करानी है तो इसके लिए थोड़ा बहुत कुर्बानी तो देनी ही होगी।मंथ में सिर्फ 35 मिनट होगा कम
रोजे के दौरान फजर की आजान से लेकर मगरिब की आजान होने तक मुस्लिम कम्युनिटी के लोग कुछ खाते-पीते नहीं है। इस बार के 30 रोजे में पहले और आखिर रोजे में महज 35 मिनट कम होगा। इस साल का सबसे बड़ा रोजे का दिन होगा, जो 15 घंटे 29 मिनट का होगा, वहीं सबसे छोटा रोजा 14 घंटे 54 मिनट का होगा। वहीं 15वें रोजे को यानि कि रोजे के बीचों बीच में दिन भर रहने वाले रोजे की टाइमिंग 15 घंटे 16 मिनट होगी।

Posted By: Inextlive