- जिला अस्पताल के कनेक्शन पर चलता है सीएमओ ऑफिस का कार्य

- न्यू बिल्डिंग में शिफ्ट होने के बाद लिया जाना था नया कनेक्शन

GORAKHPUR: जिला अस्पताल की बिजली के भरोसे चल रहे सीएमओ ऑफिस व ड्रग स्टोर की सोमवार को बत्ती गुल हो गई। काफी दिन से इस पर नजर रखे एसआईसी ने इलेक्ट्रिशियन को फटकार लगाते हुए तत्काल बिजली काटने का आदेश दिया। जिसपर तुरंत ही इलेक्ट्रिशियन ने बिजली काट दी। बिजली कटते ही दफ्तर में कामकाज पूरी तरह से प्रभावित हो गया। कर्मचारी बाहर निकल गए। इसके बाद किसी ने इसकी जानकारी सीएमओ को दी। इसके बावजूद भी बत्ती गुल रही।

शिफ्टिंग लेकिन कनेक्शन नहीं

जिला अस्पताल में 149 केवीए का कनेक्शन है। यहां 24 घंटे की सप्लाई है। अस्पताल की बिजली से सीएमओ ऑफिस, वैक्सीन स्टोर, कंट्रोल रूम में सप्लाई थी। अस्पताल प्रशासन हर माह इसका तीन लाख 50 हजार रुपए का बिजली बिल भरता है। यह व्यवस्था काफी समय से चल रही है। जब न्यू बिल्डिंग में सीएमओ ऑफिस शिफ्टि हुआ तो इसका कनेक्शन नहीं लिया गया और अस्पताल से ही बिजली लेकर कार्य चलाया जाने लगा। जिस पर जिला अस्पताल प्रशासन को आपत्ति है।

ठप हो गया कार्य

जिम्मेदारों ने कई बार इलेक्ट्रिशियन को बिजली काटने का आदेश भी दिया लेकिन बिजली नहीं काटी गई। सोमवार को एसआईसी ने इलेक्ट्रिशियन को ऑफिस बुला फटकार लगाते हुए तत्काल सीएमओ ऑफिस की बिजली काटने का आदेश दिया। इस बीच इलेक्ट्रिशियन अफसरों का हवाला देते रहे लेकिन एसआईसी ने एक न सुनी। दोपहर करीब एक बजे इलेक्ट्रिशियन ने कुछ कर्मचारियों के साथ जाकर सीएमओ ऑफिस और ड्रग स्टोर की बिजली कटवा दी। इससे वहां का कामकाज पूरी तरह प्रभावित हो गया।

जेई भी लगाते हैं कटिया

वहीं, अस्पताल के कर्मचारियों के मुताबिक सीएमओ ऑफिस से अटैच सरकारी आवास में रहने वाले जेई की बिजली काटने का आदेश भी अस्पताल प्रशासन कई बार दे चुका है। कई बार उनके आवास की बिजली काटी भी गई लेकिन वह हर बार कटिया लगवा लेते हैं।

वर्जन

सीएमओ ऑफिस में नया कनेक्शन नहीं लिया गया है। अस्पताल की बिजली से ही कार्य चला रहे थे। अस्पताल पर अतिरिक्त लोड होने की वजह से बिजली कटवाई गई।

- डॉ। एचआर यादव, एसआईसी जिला अस्पताल

इसकी जानकारी हुई है। गलती से इलेक्ट्रिशियन ने बिजली काट दी। एसआईसी से बात करने के बाद कनेक्शन जोड़ दिया गया है। सप्लाई चालू कर दी गई है।

- डॉ। रविंद्र कुमार, सीएमओ

Posted By: Inextlive