GORAKHPUR : 'प्रभारी साहब आपने मेरे पति को किस जुर्म में बंद किया है. आखिर उनका कसूर क्या है. आपको पता नहीं है मैं कौन हूं. मैं एक पत्रकार और लॉयर दोनों ही हूं ऐसे किसी को आप बंदी गृह में कैसे बंद कर सकते हैं? सैटर्डे को गोरखपुर जंक्शन के आरपीएफ पोस्ट पर काफी देर ऐसे ही गर्मागर्म बहस चलती रही.


क्या था मामला
दरअसल सैटर्डे को एक जेबकतरे की बीवी ने आरपीएफ पोस्ट पर जमकर हंगामा काटा। हंगामे के दौरान वह अपने को कभी पत्रकार तो कभी वकील बताती रही, लेकिन बाद में जब आरपीएफ पोस्ट के प्रभारी राजेश कुमार ने तफ्तीश की तो पता चला कि वह न तो पत्रकार थी और ना ही वकील। वह सिर्फ अपनी हनक बढ़ाने के लिए ऐसी बातें कर रही थी। उसका पति कुशीनगर जिले के हाटा थाना का रहने वाला सतीश शुक्ला है, जो एक जेबकतरा है। स्टेशन पर और चलती ट्रेन में पैसेंजर्स के जेब काटता है। ऐसा भी नहीं है कि वह पहली बार जेब काटने के मामले में आरपीएफ के हत्थे चढ़ा हो। इससे पहले भी जीआरपी थाने में वह अपने चर्चित पेशे के मामले में जेल काट चुका है। जब इस संदर्भ में प्रभारी राजेश कुमार से बात की गई तो उन्होंने बताया कि इस तरह की एक महिला थाने पर आई थी, चूंकि उसका पति जेब काटने का काम करता है, इसलिए उसे बंदी गृह में बंद किया गया था। उसे आरपीयूपी एक्ट के तहत जेल भेजा गया है।

Posted By: Inextlive