खोराबार इलाके में बीते रविवार को एक कंपनी के डायरेक्टर प्रतीक कुमार सिंह के अपहरण की सूचना पर हड़कंप मच गया. अपहरण की खबर के बाद हरकत में आई पुलिस ने दोपहर 1.30 बजे तीन लोगों को हिरासत में ले लिया जबकि एक फरार हो गया. सोमवार को पुलिस लाइन में एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर ने इस घटना का खुलासा किया. एसएसपी ने बताया कि आरोपियों ने डायरेक्टर की वरना कार अपने कब्जे में ली थी. उसे लौटाने के बदले साढ़े तीन लाख रुपए की रंगदारी मांग रहे थे.


गोरखपुर (ब्यूरो).मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने रामनगर कडज़हा चौराहे से किडनैपर संतकबीरनगर के देवेन्द्र राय, बासगांव के आनंद कुमार मिश्रा, देवरिया के दुबौली निवासी मयंक दुबे को पुलिस ने सोमवार को 1.30 बजे अरेस्ट कर लिया। ये थी पूरी घटनादेवरिया जिले के लार निवासी प्रतीक कुमार सिंह हरित ग्रुप नामक कम्पनी में डायरेक्टर हैं। उनके दो साथियों ने 28 जुलाई को उनकी कार ले ली। आरोप है कि उन्होंने कार लौटाने के लिए खोराबार के रामनगर करजहां स्थित एक रेस्टोरेंट में बुलाया था। प्रतीक रेस्टोरेंट पर पहुंचे तो चार लोग वहां पहले से मौजूद मिले। उन्होंने अपनी कार मांगी तो आरोपितों ने साढ़े तीन लाख रुपए की मांग शुरू कर दी। कहासुनी के बाद मारपीट होने लगी। प्रतीक को जबरन लेकर चारों आरोपित जाने लगे। रंगदारी मांगने वाला भांजा अरेस्ट
चिलुआताल में एक सरकारी कर्मचारी से बीस लाख रुपए की रंगदारी मांगी गई थी। इस मामले में धमकी देने वालों ने ये भी कहा था कि पैसा नहीं मिला तो बेटी का किडनैप कर लेंगे। इस मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को अरेस्ट कर लिया। सोमवार को इस घटना का खुलासा करते हुए एसएसपी डॉ। गौरव ग्रोवर ने बताया कि इसमें सगे भांजे द्वारा ही पूरी कहानी रची गई थी। सोमवार को नकहा ओवरब्रिज क्रासिंग के पास से तीन आरोपी बिजनौर निवासी अरूण, बिजनौर के ही शिवम सिंह जो कि सरकारी कर्मचारी का भांजा भी है, बिजनौर के ही कपिल कुमार को अरेस्ट किया है। पूछताछ में भांजे शिवम सिंह ने बताया कि कर्ज चुकाने व पैसे की लालच में अपने साथियों कपिल व अरुण के साथ मिलकर मामा को अज्ञात नंबर से कॉल कर 20 लाख रुपए मांगे थे।

Posted By: Inextlive