यूपी इलेक्शन 2017 : इन्हें पता है अपना अधिकार, इसलिए तो कर लिया बैलट का इस्तेमाल
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- चुनाव ड्यूटी में लगे । एंप्लाइज ने किया पोस्टल बैलट का इस्तेमाल - पिछले चुनाव में साढ़े 27 सौ सरकारी एंप्लाइज ने पोस्टल बैलट के जरिए दिया था वोट GORAKHPUR: चुनाव संपन्न कराने में लगे एंप्लाइज को चुनाव कैसे कराएं, के साथ-साथ वोट की कीमत के बारे में भी जानकारी दी गई है। मंगलवार को भी अंतिम दिन उन्हें ट्रेनिंग दी गई। अपने अधिकार को लेकर जागरूक एंप्लाइज ने पहले ही पोस्टल बैलट के जरिए वोटिंग करने के लिए अप्लीकेशन दे दी थी। इन सभी को पोस्टल बैलट भेजे जा चुके हैं। मंगलवार को अंतिम दिन तक एंप्लाइज ने पोस्टल बैलट के जरिए अपने वोट का इस्तेमाल किया। वहीं 2012 में करीब साढ़े 27 सौ सरकारी एंप्लाइज ने पोस्टल बैलट का इस्तेमाल किया था। 3551 ने मांगा था पोस्टल बैलटजिले में 34,32,793 वोटर्स हैं। इसमें कई मतदाता सेना में हैं, तो कई दूसरे जिलों में सरकारी/प्राइवेट नौकरी कर रहे हैं। यह अपने वोटिंग राइट का तो इस्तेमाल करना चाहते हैं, लेकिन किन्हीं कारणों से गोरखपुर नहीं आ पा रहे हैं। ऐसे वोटर्स ने बैलट पोस्ट के जरिए वोट करने की अर्जी दी थी। इन अप्लीकेशन के आधार पर 3551 पोस्टल बैलट मंगाए गए थे, जिन्हें वोटर्स के पते पर स्पीड पोस्ट कर दिया गया। इसमें अधिकतर मतदाता सेना में हैं। मतदाताओं को वोटिंग के लिए किसी तरह का एक्स्ट्रा पैसा खर्च नहीं करना पड़ेगा। बैलट पेपर के साथ एक लिफाफा भी भेजा गया है, जिसमें पता और टिकट लगा है। मतलब मतदाता को अपना वोट लिफाफे में डालकर डाकघर में पोस्ट कर देना है।
गोरखपुर में खूब हुआ इस्तेमाल एक तरफ जहां गोरखपुर जिले के कैंडिडेट्स को वोट डालने के लिए बाहर से लोगों ने पोस्टल बैलट मंगवाए हैं। वहीं दूसरी ओर गोरखपुर शहर में काम करने वाले सैकड़ों एंप्लाइज, जोकि ट्रेनिंग की वजह से अपने वोटिंग राइट का इस्तेमाल नहीं कर सकेंगे, उन्होंने भी पोस्टल बैलट के जरिए अपना मतदान कर दिया है। ट्रेनिंग के बाद ऐसे लोगों को आरओ के सामने वोट डलवाए गए। 2012 में पोस्टल बैलट स्टेटस बांसगांव - 214 कैंपियरगंज - 346 चौरीचौरा - 181 चिल्लूपार - 98 गोरखपुर ग्रामीण - 256 गोरखपुर शहर - 759 खजनी - 223 पिपराइच - 245 सहजनवां - 437