- वीडियो वायरल करने की धमकी दे कर रहे ब्लैकमेल

- शिकायत मिलने पर पुलिस मुकदमा दर्ज कर रही जांच

GORAKHPUR:

केस - 1

वीडियो दिखाकर आठ साल तक यातना। कैंट एरिया के स्कूल में पढ़ाने वाली युवती ने मैनेजर के खिलाफ रेप, जानमाल की धमकी देने और आईटी एक्ट का मामला दर्ज कराया। युवती का आरोप है कि आठ साल पूर्व नशीली गोली खिलाकर मैनेजर ने उसे न्यूड कर दिया। उसका वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करता रहा। इस मामले में एफआईआर दर्ज करके पुलिस जांच कर रही है।

केस - 2

रामगढ़ताल एरिया में एक युवक ने किशोरी को अपने घर में बुलाया। परिचित होने की वजह से वह चली गई। आरोपित ने उसके साथ गलत हरकतें की। फिर सीसीटीवी फुटेज दिखाकर उसे ब्लैकमेल करने लगा। चार दिन पूर्व आरोपित की हरकत से तंग आकर उसकी मां ने शिकायत दर्ज कराई.आरोपित के खिलाफ मुकदमा दर्ज करके पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी। पीडि़तों का कहना है कि उनका वीडियो दिखाकर लगातार ब्लैकमेल करते हुए मानसिक यातना दी गई।

हाल में ही सामने आया यह केस भले ही नया हो, लेकिन ऐसे मामले शहर में अक्सर सुनने को मिल ही जाते हैं। शहर में हाल के दिनों के ब्लैकमेल करके फिजिकल रिलेशन बनाने के मामले बढ़ गए हैं। पिछले दो माह के भीतर ऐसे आधा दर्जन मामले सामने आ चुके हैं जिनमें पीडि़त महिलाओं, युवतियों ने आपत्तिजनक वीडियो और फोटो दिखाकर रेप की शिकायत दर्ज कराई है। असल में यह एक तरह की साइकोलॉजिकल प्रॉब्लम है। साइकोलाजिस्ट इसे आब्सेसिव लव डिसआर्डर बताते हैं। ज्यादातर मामलों में यही कंडीशन अप्लाई होती है।

डिसऑर्डर बना रहा मुलजिम

साइकोलॉजिस्ट का कहना है कि यह एक तरह की साइकोलॉजिकल कंडीशन होती है। इसे ऑब्सेसिव लव डिसऑर्डर कहते हैं। इसमें कोई भी व्यक्ति किसी के प्रति असामान्य रूप से मुग्ध होकर उस पर सिर्फ अपना हक समझने लगता है। ऐसे लोग दूसरे व्यक्ति की भावनाओं पर पूरी तरह से काबू पाना चाहते हैं। इस चक्कर में वह ब्लैकमेलिंग के कदम उठाते हैं। उनकी यही हरकतें मुल्जिम बना देती हैं।

दोस्ती का उठा रहे नाजायज फायदा

पुलिस से जुड़े लोगों का कहना है कि कुछ मामलों को छोड़ दिया जाए तो ज्यादातर केसेज में शुरुआत में दोनों की भूमिका रहती है। दोस्ती का गलत फायदा उठाते हुए शातिर चुपके से वीडियो और फोटो बना लेते हैं। इसके बाद उसके सहारे ब्लैकमेल करना शुरू कर देते हैं। शुरूआत में पीडि़त और उनके परिवार के लोग इसे किसी तरह से दबाने की कोशिश करते हैं। मामला सीरियस होने पर पुलिस के पास जाते हैं। ऐसा पहले भी ऐसे केस सामने आ चुके हैं।

इसके ये होते लक्षण

- किसी के भी प्रति आकर्षण, उसके प्रति आने वाले विचार जिन पर नियंत्रण न हो।

- दूसरे व्यक्ति और उसकी भावनाओं को काबू करने की प्रबल इच्छा।

- सामने वाले व्यक्ति का रिजेक्शन स्वीकार न कर पाना, बातों में उसका ही जिक्र करना।

- संबंधित को बार-बार कॉल करना, उस पर अपने प्रपोजल को मनवाने का दबाव बनाना।

- सोशल मीडिया पर स्टॉक करना, बात न बनने पर ब्लैकमेल करके अपनी बात मनवाना।

ऑब्सेसिव लव डिसऑर्डर एक तरह की मानसिक रोग है। किसी चीज की चाहत पागलपन की हद तक जाने को ही ओसीडी कहते हैं। यह मेल और फिमेल में दोनों भी हो सकता है। ऐसे में जो भी इस तरह की करता है। वह भलीभांति जानता है कि वह गलत कर रहा है। लेकिन वह अपने मेंटल कंडीशन को रोक नहीं पाता है। उसकी एक्सट्रीम चाहत ही ऐसे हरकत करा देती हैं।

डॉ। संदीप श्रीवास्तव, फैमिली काउंसलर

ऐसे मामलों की शिकायत सामने आने पर एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए गए हैं। इस तरह के प्रकरण में किसी तरह की लापरवाही नहीं की जाएगी। मुकदमा दर्ज करके पुलिस जांच पड़ताल करती है। आरोपियों को गिरफ्तार करके जेल भेजा जाएगा।

जोगेंद्र कुमार, डीआईजी-एसएसपी

Posted By: Inextlive