बारिश के मौसम में दशकों पुराने जर्जर भवनों में रह रहे हजारों लोगों के सिर पर मौत का खतरा मंडरा रहा है. कौन सा मकान कब ढह जाए कुछ पता नहीं. नगर निगम भी इन मकानों को खाली कराने और गिरवाने में नाकाम साबित हो रहा है. शनिवार सुबह बारिश के दौरान कलक्टरगंज शक्कर पट्टी इलाके में 100 साल पुराना जर्जर मकान भरभरा कर गिया. अचानक गिरे मकान से आसपास रहने वाले लोगों में अफरा-तफरी मच गई. गनीमत रही कि हादसे में कोई घायल नहीं हुआ. पुलिस ने नगर निगम की टीम को बिल्डिंग गिरने की सूचना दी. नगर निगम की टीम ने रेस्क्यू शुरू किया.


कानपुर (ब्यूरो) शनिवार सुबह से डेरा डाले बादलों ने सुबह करीब साढ़े 11 बजे बरसना शुरू कर दिया है। करीब 2 घंटे तक बारिश हुई। शनिवार को बारिश को लेकर अलर्ट मौसम विभाग ने पहले ही जारी कर दिया था। बारिश शुरू होते ही राहगीर जहां-तहां शेड के नीचे खड़े हो गए। सड़कों पर सन्नाटा पसर गया। कानपुर में बीते 48 घंटों के दौरान 57.4 मिमी। बारिश दर्ज की जा चुकी है। अगले कई दिन भी बारिश के आसार हैं। मौसम विभाग के मुताबिक 7 अगस्त की बजाय अब 2 दिन और बारिश की संभावना बढ़ गई है।

पहले चरण में 50 जर्जर मकान
पिछली बैैठक में जर्जर भवनों को चिह्नित करके गिराने की तैयारी करने को कहा गया था। पहले चरण में पचास जर्जर मकान गिराए जाने हैं। इसके लिए नगर निगम अफसरों ने जर्जर भवनों की लिस्ट तैयार करके पुलिस प्रशासन को फोर्स दिलाने के लिए भेजी जा रही है। नगर निगम के रिकार्ड में 429 जर्जर मकान है जिसमें जोन-एक में 222, जोन-दो में छह, जोन-तीन में 42, जोन-चार में 120, जोन-पांच में 18 और जोन-छह में 21 मकान चिह्नित कर दिखाए गए हैं।

Posted By: Inextlive