नगर निगम में महापौर व पार्षद बनकर आप जनता की सेवा कर सकते हंै. जन्म से लेकर मृत्यु तक का काम नगर निगम से जुड़़ा है. प्रधानमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट स्वच्छता को और बेहतर तरीके से लागू कर सकते हैं. पहली प्राथमिकता शहर को स्वच्छ रखना है. सड़क न ठीक हो या लाइट न चालू हो तो मोबाइल नहीं आएंगे. अगर एक दिन कूड़ा न उठे तो फोन आने लगते हंै. जनता की सेवा करके लोकप्रिय हो सकते हंै. आगे बढऩे की संभावना रहेगी. यह बातें अखिल भारतीय महापौर परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष नवीन जैन ने हुई अखिल भारतीय महापौर परिषद की 112 वीं बैठक में कही.

कानपुर (ब्यूरो) उन्होंने कहा कि पूरे देश में जनता सीधे महापौर, जिला पंचायत और ब्लाक प्रमुख चुने। पार्षदों व सदस्यों से चुने जाने से भ्रष्टाचार बढ़ता है। उनको दबाव में काम करना पड़ता है। चुनाव प्रक्रिया से चुने जाने से भ्रष्टाचार पर अंकुश लगेगा। साथ ही पांच साल का कार्यकाल हो। इसमें छह राज्यों के आए 19 महापौर ने राष्ट्रीय अध्यक्ष के मुद्दे पर अपनी सहमति दी। राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि इस प्रस्ताव को प्रधानमंत्री और अन्य राज्यों के मुख्यमंत्री को भेजा जाएगा।

महापौर का दायरा बढ़ा
इसके पूर्व नगर निगम द्वारा बनाए गए प्रमिला सभागार का उद्घाटन और परिषद की बैठक का शुभारंभ कैबिनेट मंत्री राकेश सचान ने किया। इसके बाद सम्मेलन का संबोधित करते हुए खाद्य व सार्वजनिक वितरण, ग्रामीण विकास केंद्रीय राज्यमंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने कहा कि कई शहरों के महापौर का क्षेत्र कई जगह दो लोकसभा या छह से सात विधायकों के क्षेत्र के बराबर होता है। महापौरों का दायरा बढ़ा है और जिम्मेदारी भी।

तालाबों का होगा ब्यूटीफिकेशन
महिला कल्याण बाल विकास व पुष्टाहार मंत्री बेबी रानी मौर्या ने कहा कि कि अमृत सरोवर के मध्यम से तालाबों को अपने मंत्रालय से भी सुंदरीकरण कराएगी। सेवा भारती के माध्यम से हर बस्ती के बच्चों को शिक्षा का लाभ मिले और स्वस्थ्य रहे यह अभियान चलाए जाते है। इससे पहले महापौर प्रमिला पांडेय ने अतिथियों का स्वागत किया और नगर आयुक्त शिव शरणप्पा जीएन ने धन्यवाद दिया.बैठक में पंजाब, कर्नाटक, सिक्किम, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और हरियाणा के 19 महापौरों ने सम्मेलन में भाग लिया।

Posted By: Inextlive