शहर से निकलने वाले हाईवे पर हादसे रोकने के सभी प्लान फेल हो रहे हैं. कहीं रफ्तार तो कहीं ट्रैफिक नियम तोडऩे की वजह से हादसे हो रहे हैं. ट्यूजडे को 30 किलोमीटर में तीन हादसे हुए. पांच लोगों की मौत हो गई. जबकि तीन लोग घायल हैं. ये हादसे महाराजपुर चकेरी और सचेंडी थाना क्षेत्रों में हुए हैं. सबसे दर्दनाक हादसा कानपुर फतेहपुर बॉर्डर पर छिवली नदी के पास हुआ. जिसमें रॉन्ग साइड से आ रहे अवैध खनन के डंपर ने बाइक दंपती को रौंद दिया. जिसमें दोनों की मौत हो गई.

कानपुर (ब्यूरो)। शहर से निकलने वाले हाईवे पर हादसे रोकने के सभी प्लान फेल हो रहे हैं। कहीं रफ्तार तो कहीं ट्रैफिक नियम तोडऩे की वजह से हादसे हो रहे हैं। ट्यूजडे को 30 किलोमीटर में तीन हादसे हुए। पांच लोगों की मौत हो गई। जबकि तीन लोग घायल हैं। ये हादसे महाराजपुर, चकेरी और सचेंडी थाना क्षेत्रों में हुए हैं। सबसे दर्दनाक हादसा कानपुर फतेहपुर बॉर्डर पर छिवली नदी के पास हुआ। जिसमें रॉन्ग साइड से आ रहे अवैध खनन के डंपर ने बाइक दंपती को रौंद दिया। जिसमें दोनों की मौत हो गई। बताते चलें कि छिवली नदी पर न सिर्फ पुलिस की पिकेट बल्कि दोनों जिलों के प्वाइंट पर डॉयल-112 भी खड़ी होती है। इसके बाद भी डंपर गलत दिशा से आ रहा था। वारदात को अंजाम देने के बाद डंपर चालक पति पत्नी को रौंदता हुआ भाग गया।

पहला हादसा : रिश्तेदारी से लौट रहे थे पति-पत्नी
फतेहपुर के असनी निवासी जीतेंद्र कुमार फतेहपुर के स्वास्थ विभाग में काम करते थे। दिसंबर 2023 में जीतेंद्र की शादी खागा की रहने वाली स्मिता से हुई थी। कुछ दिन पहले ही स्मिता अपने मायके से वापस आई थी। फैमिली मेंबर्स ने बताया कि मंडे को ड्यूटी से वापस आने के बाद जीतेंद्र अपनी पत्नी स्मिता को बाइक से लेकर कोयला नगर निवासी चाचा गोपाल के घर आया था। ट्यूजडे सुबह 10 बजे के आस पास वो कोयला नगर से निकले थे। लगभग 10:30 बजे छिवली नदी के ठीक पहले मिट्टïी से लदे डंपर ने बाइक में टक्कर मार दी। भागने की कोशिश में डंपर चालक उन्हें रौंदता हुआ भाग गया.पुलिस ने दोनों शव कब्जे में लिए और हादसे की जानकारी परिवार को दी।

दूसरा हादसा : प्रतिबंधित मार्ग पर जा रहा था ऑटो
चकेरी हाईवे ई रिक्शा, ऑटो और विक्रम के लिए प्रतिबंधित है। सनिगवां निवासी पंकज तिवारी अपनी पत्नी कविता, भाई दीपक, भाभी राजवती और परिवार के चार बच्चों के साथ ट्यूजडे सुबह पांच बजे दर्शन करने के लिए सलेमपुर के लिए निकले थे। ऑटो ड्राइवर सैनिक नगर निवासी विवेक था। अभी वे हाईवे पर चढऩे के बाद कोई दो किलोमीटर आगे बढ़े होंगे कि पीछे से आ रहे तेज रफ्तार ट्रक ने ऑटो में टक्कर मार दी। हादसे के बाद ऑटो डिवाइडर से टकरा गया और ऑटो चालक विवेक की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि अन्य लोग घायल हो गए। सभी घायलों को कांशीराम अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान राजवती ने दम तोड़ दिया। वहीं पंकज, दीपक और उनके बेटे शिवांश की हालत गंभीर बनी हुई है।

तीसरा हादसा : सचेंडी में बाइक सवार को ट्रक ने रौंदा
कानपुर देहात के अकबरपुर कस्बा निवासी 22 साल का शानू बाइक से मोटर ठीक कराने कानपुर आ रहे थे। थाने से चंद कदम आगे आने पर उनकी बाइक में पीछे से ट्रक ने टक्कर मार दी। हादसा सुबह पांच बजे का बताया गया। राहगीरों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव कब्जे में लिया और जेब में मिले कागजों के आधार पर परिवार वालों को सूचना दी। सूचना पर भाई अबरार और पिता रहमान के साथ परिवार वाले पहुंचे। फैमिली मेंबर्स ने बताया कि शानू की अकबरपुर में जूते की दुकान है।

खनन मेें लगे वाहनों पर नहीं किसी का जोर
30 अप्रैल को तिलसहरी के पास 56 साल की नन्हकी देवी और 62 साल के मुंशीलाल को डंपर ने कुचल दिया था। हादसे के बाद तेज रफ्तार डंपर बिजली के पोल से जाकर टकरा गया था। डंपर चालक फरार हो गया था। इस दर्दनाक हादसे को सात दिन हो गए। पुलिस ने किसी आरोपी को खिलाफ कोई केस दर्ज नहीं किया। वहीं इलाके में अवैध खनन में लगे डंपर पर लगाम नहीं लग पा रही है। डीसीपी ईस्ट लगातार कार्रवाई के लिए कह रहे हैैं, लेकिन कार्रवाई नहीं हो रही है।

Posted By: Inextlive