कानपुर सेंट्रल से ट्रांसपोर्ट नगर अंडर ग्राउंड सेक्शन करीब 4।24 किमी लंबी बन रही टनल का काम करीब 75 मीटर पूरा हो चुका है। कानपुर सेंट्रल से नयागंज स्ट्रेच के &अपलाइन&य पर टनल निर्माण कर रहे टनल बोरिंग मशीन &आजाद&य ने वेडनेसडे को एक महत्वपूर्ण पड़ाव पार कर लिया। उसने अपने मेन ड्राइव की शुरुआत की है। यूपीएमआरसी के सीनियर अफसरों की मौजूदगी में विधिवत पूजा के बाद मेन ड्राइव की शुरुआत हुर्ई।

कानपुर (ब्यूरो)। कानपुर सेंट्रल से ट्रांसपोर्ट नगर अंडर ग्राउंड सेक्शन करीब 4.24 किमी लंबी बन रही टनल का काम करीब 75 मीटर पूरा हो चुका है। कानपुर सेंट्रल से नयागंज स्ट्रेच के &अपलाइन&य पर टनल निर्माण कर रहे टनल बोरिंग मशीन &आजाद&य ने वेडनेसडे को एक महत्वपूर्ण पड़ाव पार कर लिया। उसने अपने मेन ड्राइव की शुरुआत की है। यूपीएमआरसी के सीनियर अफसरों की मौजूदगी में विधिवत पूजा के बाद मेन ड्राइव की शुरुआत हुर्ई। अब तक कानपुर सेंट्रल स्थित लॉन्चिंग शाफ्ट से लांच होने के बाद नयागंज की तरफ आजाद ने लगभग 75 मीटर टनल का निर्माण पूरा कर लिया है।

17 दिन पहले इनीशियल ड्राइव
कानपुर सेंट्रल से ट्रांसपोर्ट नगर अंडर ग्राउंड सेक्शन पर वर्तमान में कानपुर सेंट्रल से नयागंज तक लगभग 1250 मीटर लंबे टनल का निर्माण चल रहा है। इसके तहत &अपलाइन&य पर &आजाद&य टीबीएम मशीन से टनलिंग की जा रही है। वहीं &डाउनलाइन&य पर जल्द ही एक और टीबीएम लांच होगी। 17 दिन पहले 11 नवंबर को इस आजाद ने इनीशियल ड्राइव पूरी की थी। इसके बाद टीबीएम को रोककर बैकअप सिस्टम यूनिट से जोडऩे की प्रक्रिया शुरू कर दी गई थी। करीब 95 मीटर लंबे बैकअप सिस्टम यूनिट को करीब 18 मीटर गहरे शाफ्ट में उतारकर टीबीएम मशीन के शील्ड से जोड़ा गया।
क्या होता है बैकअप सिस्टम यूनिट
बैकअप सिस्टम यूनिट को टीबीएम का कंट्रोल रूम भी कहा जा सकता है, जहां मशीन की सभी हेल्पिंग यूनिट मौजूद होती हैं। इनिशियल ड्राइव के दौरान मशीन का बैकअप सिस्टम यूनिट अब तक शाफ््ट के बाहर से काम कर रहा था। मगर इनिशियल ड्राइव के पूरा हो जाने के बाद करीब 95 मीटर लंबे इस यूनिट को लोअर कर (जमीन के नीचे उतारकर) मशीन के शील्ड से जोड़ दिया गया है। बैकअप सिस्टम यूनिट के जरिए टीबीएम मशीन 24 घंटे काम करती है और इंजीनियर्स अलग-अलग शिफ्ट में इस सिस्टम को संभालते हैं। यह रोलिंग संरचना टीबीएम से जुडक़र उसके साथ आगे बढ़ती है।

रिंग सेग्मेंट पहुंचाने को चल रहा काम

टनल में मशीन के आगे बढऩे के साथ ही बैकअप सिस्टम तक रिंग सेग्मेंट पहुंचाने के लिए रेल की पटरियां लगाई जाती हैं। इन पर मोटराइज्ड ट्रॉली के जरिए रिंग सेग्मेंट्स को बैकअप सिस्टम यूनिट तक पहुंचाया जाता है, जहां क्रेन सेग्मेंट्स को एक के बाद एक उठाकर सेग्मेंट फीडर तक पहुंचाती है। टीबीएम खोदाई के साथ-साथ टनल रिंग सेग्मेंट्स को भी लगाती चलती है। मोटराइज्ड ट्रॉली का यूज खनन के बाद मिट्टी के निकासी के लिए भी किया जाता है।

Posted By: Inextlive