सुपर कंडक्टर टेक्निक का व्यवहारिक प्रयोग मेडिकल सेक्टर में एमआरई में किया जा रहा है. फ्यूचर में इस टेक्निक का प्रयोग करके मैगलेव बुलेट ट्रेन की रफ्तार 650 किलोमीटर प्रति घंट तक ले जाई जा सकती है. इससे परिवहन के क्षेत्र में क्रांतिकारी परिवर्तन हो सकेगा. यह बात आईआईटी के वैज्ञानिक प्रो. सत्यजीत बनर्जी ने कही. वो थर्सडे को सीएसजेएम यूनिवर्सिटी में चल रहे भौतिक रिफ्रेशर प्रोग्राम में आए थे.


कानपुर (ब्यूरो) यूनिवर्सिटी में यह रिफ्रेशर प्रोग्राम 13 नंवबर तक चलेगा। इसमें टीचर्स और एमएससी के स्टूडेंट्स प्रायोगिक भौतिकी के उन्नत और विज्ञान अकादमी द्वारा विकसित किए नवाचार प्रयोगों, उपकरणों का प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। प्रोग्राम में डॉ। राजेश द्विवेदी, मनीष देव शर्मा, सत्य प्रकाश सिंह, सतीश चंद्र, धर्मेंद्र पांडे रिसोर्स पर्सन की भूमिका का निर्वहन कर रहे हैं।

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