बढ़ते टम्प्रेचर और हीट वेव्स को देखते हुए शासन के आदेश के बाद हेल्थ डिपार्टमेंट ने हीट स्ट्रोक के पेशेंट्स के लिए तैयारी कर ली है. हैलट हॉस्पिटल में 20 और उर्सला व कांशीराम हॉस्पिटल में 10-10 बेड रिजर्व करा दिए गए हैं. जिससे हीट स्ट्रोक के पेशेंट को तुरंत एडमिट कर उसका ट्रीटमेंट शुरू किया जा सके.

कानपुर (ब्यूरो)। बढ़ते टम्प्रेचर और हीट वेव्स को देखते हुए शासन के आदेश के बाद हेल्थ डिपार्टमेंट ने हीट स्ट्रोक के पेशेंट्स के लिए तैयारी कर ली है। हैलट हॉस्पिटल में 20 और उर्सला व कांशीराम हॉस्पिटल में 10-10 बेड रिजर्व करा दिए गए हैं। जिससे हीट स्ट्रोक के पेशेंट को तुरंत एडमिट कर उसका ट्रीटमेंट शुरू किया जा सके। जरूरी मेडिसिन व ग्लूकोज की बोतल भी पर्याप्त संख्या में रिजर्व रखी गई हैं।

टेम्प्रेचर में हो रहा बदलाव

मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक अप्रैल में ही मई जून से हालात बन गए हैं। पारा 40 डिग्री के ऊपर जा चुका है। संडे को अधिकतम तापमान 41 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहा। मई में टेम्प्रेचर और बढऩे की आशंका है। जिसको लेकर अभी से शासन ने तैयारी शुरू कर दी है। बढ़़ते तापमान की वजह से लोग हीट स्ट्रोक की चपेट में न आएं, इसको लेकर हेल्थ डिपार्टमेंट लोगों को अवेयर भी कर रहा है।

आर्गन फेल होने तक का खतरा

हीट स्ट्रोक के पेशेंट को जहां दस्त के साथ उल्टी की समस्या होती है। वहीं बॉडी में पानी की कमी से बेहोशी भी आती है। अगर समय से ध्यान न दिया गया तो बॉडी के आर्गन फेल होने तक का खतरा हो जाता है। अचानक चक्कर खाकर गिरने की समस्या व अचानक बॉडी में कमजोरी होने को नजर अंदाज न करें। डॉक्टर से एक बार सलाह जरूर लें।

ऐसे करें बचाव
दोपहर 12 से 3 बजे तक धूप में निकलने से बचें
शरीर में पानी की कमी न होने दें, पर्याप्त पानी पियें
खाली पेट घर से कतई न बाहर निकलें
बाहर निकलें तो पानी की बॉटल अपने साथ रखें
तरल पदार्थ और अधिक पानी वाले फलों का सेवन करें
धूप से बचने को सिर अच्छी तरह ढक कर निकलें

Posted By: Inextlive