जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज अब पानी की &हेल्थ&य भी बताएगा. इतना ही नहीं तीन दिन में इसकी रिपोर्ट भी देगा. अगर आपको लगता है कि आपके एरिया में पॉल्यूटेड वॉटर की वजह से बीमारियां फैल रही हैं तो अब आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है.

कानपुर (ब्यूरो)। जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज अब पानी की &हेल्थ&य भी बताएगा। इतना ही नहीं, तीन दिन में इसकी रिपोर्ट भी देगा। अगर आपको लगता है कि आपके एरिया में पॉल्यूटेड वॉटर की वजह से बीमारियां फैल रही हैं तो अब आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है। अब आप जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में आप पॉल्यूटेड वॉटर की जांच करा सकते हैं। इसके लिए आपको सीएमओ ऑफिस में लेटर देना होगा। परमिशन मिलने के बाद टीम आकर आपके एरिया के पानी की जांच करेगी और रिपोर्ट भी देगी।


पॉल्यूटेड वॉटर से ये होती बीमारियां
जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबायोलॉजी डिपार्टमेंट के एक्सपर्ट ने बताया कि दूषित पानी की वजह से हैजा, दस्त, पेचिश, हेपेटाइटिस ए व टाइफाइड और पोलियो जैसी गंभीर बीमारी होने का खतरा रहता है। यह बीमारियां गर्मी के मौसम में अधिक अटैक करती है। पानी से होने वाली बीमारी एक परिवार को नहीं बल्कि पूरे इलाके को अपनी चपेट में लेती है। इसलिए यह वायरल बीमारियों से अधिक खतरनाक होती है। समय पर समाधान न करने पर यह जानलेवा भी हो जाती है।


तीन दिन में मिलेगी रिपोर्ट
जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबायोलॉजी डिपार्टमेंट की एचओडी प्रो। सुरैया खान ने बताया कि डायरिया, कालरा, दस्त व हैजा फैलने वाले इलाकों से हेल्थ डिपार्टमेंट पानी का सैम्पल लेकर जांच के लिए डिपार्टमेंट में देता था। क्योंकि अभी तक हमारे यहां पानी की जांच करने की कोई सुविधा नहीं थी। लिहाजा, हम इस सैम्पल को जांच के लिए केजीएमयू भेजते थे। जहां रिपोर्ट की जांच आने में दो से तीन सप्ताह लग जाते थे। जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबायोलॉजी डिपार्टमेंट में अगले सप्ताह ये यह जांच शुरू होने से सैम्पल की जांच यहीं हो जाएगी। जिससे हेल्थ डिपार्टमेंट को तीसरे दिन पानी की जांच रिपोर्ट मिल जाएगी।

Posted By: Inextlive