कोपरगंज में फैक्ट्री और गोदाम में आग से हड़कम्प मचा
-हमराज कॉम्पलेक्स के पीछे जेके कम्पाउण्ड स्थित फैक्ट्री और गोदाम में लगी आग
-बारदाना गोदाम से सुलगी आग, फैक्ट्री समेत अन्य गोदाम चपेट में आए -फायर ब्रिगेड की 11 गाडि़यां मौके पर पहुंची, साढ़े चार घंटे में आग पर काबू पाया गया KANPURवेडनेसडे को घनी आबादी वाले कोपरगंज एरिया में जेके कम्पाउण्ड स्थित बारदाना गोदाम में भीषण आग लग गई। पलक झपकते ही ही आग और विकराल हो गई। जिसके कारण कम्पाउंड स्थित रीमा एक्सपोर्ट फैक्ट्री समेत चार अन्य बारदाना के गोदाम भी आग की चपेट में आ गए। आनन फानन में कर्मचारी आग को बुझाने की कोशिश करने लगे, लेकिन पूरे कम्पाउंड में फायर फाइटिंग के कोई भी इंतजाम न होने के कारण वे आग की तेज लपटों के सामने ज्यादा देर टिक नहीं पाए। सूचना पर फायर ब्रिगेड की एक दर्जन गाडि़यां मौके पर पहुंची। जिसकी मदद से टीम ने घंटों की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।
रायपुरवा में एल्डिको अपार्टमेंट में रहने वाले ऋषि राजपाल की कोपरगंज में जेके कम्पाउण्ड में रीमा एक्सपोर्ट नाम से फैक्ट्री है। इसके अलावा कम्पाउंड में बारदाना, प्लास्टिक समेत अन्य गोदाम हैं। बुधवार को कर्मचारी फैक्ट्री में काम रहे थे तभी फैक्ट्री से सटे बारदाना गोदाम में आग लग गई। गोदाम बन्द होने से आग पर किसी का ध्यान नहीं गया। कुछ पल में आग ने विकराल रूप ले लिया और उसकी चपेट में रीमा फैक्ट्री भी आ गई। जिसे देख कर्मचारी आग को बुझाने की कोशिश करने लगे तभी आग की चपेट में आकर वहां रखे हुए केमिकल के ड्रम धमाके के साथ फट गए। आग और विकराल हो गई। कम्पाउण्ड के बाहर दुकानों और मकानों में धुआं भर गया। जिसकी घुटन से लोग मकानों से बाहर आ गए। अफरा तफरी मच गई। फैक्ट्री और गोदाम के कर्मचारी जान बचाने के लिए कम्पाउण्ड से बाहर आ गए।
मानकों को ताक पर रख चल रही थी फैक्ट्री रिहायशी इलाके में फैक्ट्री चलाना गैरकानूनी है। जेके कम्पाउण्ड घने इलाके में है। इसके चारों तरफ घनी बस्ती है। इसके बाद भी यहां पर फैक्ट्री और गोदाम सालों से चल रहे हैं। फैक्ट्री और गोदाम में आग बुझाने के उपकरण तक नहीं थे। हैरानी की बात ये है कि इसके बाद भी उनको फायर डिपार्टमेंट से एनओसी मिल गई। बारदाना और प्लास्टिक गोदाम की हालत तो इतनी खराब है कि वहां पर पक्की छत भी नहीं है। चहारदीवारी पर टीनशेड डालकर गोदाम बनाए गए हैं। पानी के लिए लगाने पड़े कई चक्करजेके कम्पाउण्ड में फैक्ट्रियों में लगी आग को बुझाने के लिए फायर ब्रिगेड की क्क् गाडि़यां मौके पर पहुंची। जिनकी मदद से फायर टीम ने करीब साढ़े चार घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। इस दौरान पानी खत्म होने पर फायर ब्रिगेड की गाडि़यों को अलग-अलग जगहों पर पानी के लिए चक्कर लगाने पड़े। फायर ऑफिसर शिवदरस के मुताबिक लैंडमार्क, जेड स्क्वायर मॉल और फायर स्टेशन से गाडि़यों में पानी भरा गया।
सबकुछ जलकर खाक हो गया जेके कम्पाउण्ड में रीमा एक्सपोर्ट और बारदाना के आधा दर्जन गोदाम में आग लगी थी, जिसमें बारदाना गोदाम बन्द थे, जबकि रीमा एक्सपोर्ट में काम चल रहा था। कर्मचारियों के मुताबिक आग कुछ ही मिनटों में विकराल हो गई। उन्होंने फैक्ट्री से सामान निकालने की कोशिश की, लेकिन आग की लपटों की चपेट में केमिकल के ड्रम आ गए। जिससे आग और भी विकराल हो गई। फैक्ट्री का सारा सामान जलकर खाक हो गया। यही हाल बारदाना के गोदामों का भी हुआ। .तो हो सकता था बड़ा हादसाजेके कम्पाउण्ड में दो दर्जन से ज्यादा फैक्ट्री और गोदाम है। जिसमें ज्यादातर गोदाम प्लास्टिक और बारदाना के हैं। कम्पाउण्ड के एक ओर रिहायशी एरिया और दूसरी तरफ मार्केट है। जहां पर घनी गलियां हैं। अगर आग की चपेट में रिहायशी एरिया आ जाता तो हादसा और भी बड़ा हो सकता था। फायर ब्रिगेड की टीम की समझदारी से बड़ा हादसा होने से टल गया। फायर ब्रिगेड की टीम ने दोनों तरफ से आग बुझाई। जिससे आग रिहायशी इलाके और मार्केट की ओर जाने से बच गई।
आग लगने पर क्या करें -आग-आग कहकर शोर मचाएं -फायर कंट्रोल रूम को क्0क् पर सूचनाएं दें -फायर बिग्रेड की गाड़ी पहुंचने तक आग को बुझाने की कोशिश करें -घी, तेल की आग में पानी नहीं डाले, बल्कि बालू से आग को बुझाएं -बिजली की आग पर मेन स्विच बन्द कर दें -कपड़े में आग लगने पर भाग नहीं, बल्कि कबल लपेटकर जमीन पर लेट जाएं -आग लगने पर लिफ्ट का प्रयोग न करें, बल्कि सीढ़ी से नीचे जाएं -पहली या उसके ऊपरी मंजिल पर आग लगने पर तुरन्त ग्राउण्ड फ्लोर पर पहुंच जाए फैक्ट्री बनाने में रखे ख्याल -सैट बैक (मोटरेबुल) -सैट बैक (भवन की ऊंचाई के हिसाब से वर्किग स्पेस) -फायर एक्जिट -पलायन मार्ग की स्पष्टता -पलायन मार्ग की डिस्टेंस -वैकल्पिक रास्ता और जीने की व्यवस्था -कम्पाटमेंटेशन -आकस्मिक स्थिति में लाइट की व्यवस्था -बेसमेंट में रैम्प की व्यवस्था-फैक्ट्री में जरूरत के हिसाब से रिफ्यूज एरिया की व्यवस्था
-ऊपरी मंजिल में जाने वाले जीने का बेसमेंट के लिए निरन्तरता प्रतिषेध फैक्ट्री में ये व्यवस्था होनी चाहिए -फायर एक्सटिंग्यूशर -होजरील प्रणाली -डाउन कमर सिस्टम -यार्ड हाईडेन्ट सिस्टम -आटोमैटिक स्प्रिंकलर्स सिस्टम -आटोमैटिक डिटेक्शन एवं अलार्म सिस्टम -मैनुअली आपरेट्रेड इलेक्ट फायर अलार्म सिस्टम -अन्डर ग्राउन्ड वाटर टैंक -ओवरहेड वाटर टैंक -एमसीबी व ईएलसीबी -पब्लिक एड्रेस सिस्टम -फायर पम्प-