सिविल सर्विसेस परीक्षाओं की तैयारी कराने वाली महिला टीचर के डॉक्यूमेंट्स का इस्तेमाल करते हुए लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी का झांसा देकर शातिरों ने लाखों की ठगी कर ली. पीडि़त की तहरीर पर नौबस्ता थाने में तीन आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करा दी है. रिपोर्ट दर्ज होने के बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू की है. वहीं पुलिस कमिश्नर के मुताबिक केस क्राइम ब्रांच को ट्रांसफर कर आरोपियों तक पहुंचने का प्रयास होगा.


कानपुर (ब्यूरो) हंसपुरम आवास विकास नौबस्ता निवासी टीचर खुशबू चतुर्वेदी दिल्ली में एक निजी इंस्टीट्यूट में सिविल सर्विसेस के प्रतियोगी छात्र छात्राओं को पढ़ाती है। उनके पैन और आधार कार्ड का इस्तेमाल कर साइबर ठगों ने मुरादाबाद और फिर जयपुर में लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी के नाम पर लाखों की ठगी को अंजाम दिया। मुरादाबाद की जिगर कॉलोनी थाना सिविल लाइंस पुलिस ने सन 2020 में इसी से जुड़े एक बड़े गिरोह का भंडाफोड़ किया था। जिसमें एक दर्जन लोग गिरफ्तार हुए थे। पॉलिसी का झांसा देकर


इसके बाद जयपुर में कोर्ट के आदेश पर कारोबारी ने विद्याधर नगर थाने में शिक्षिका समेत अन्य के खिलाफ नौ लाख हड़पने की रिपोर्ट दर्ज करा दी। साइबर ठगों ने शिक्षिका खुशबू चतुर्वेदी का पैन और आधार कार्ड भी पॉलिसी का झांसा देने के बाद हथिया लिया था। उन्हीं की आईडी का इस्तेमाल कर अंजली नाम की साइबर ठग ने खुद को खुशबू चतुर्वेदी बताकर अन्य लोगों के साथ ठगी को अंजाम दिया।इन पर दर्ज हुई रिपोर्ट

इंस्पेक्टर नौबस्ता संजय कुमार पाण्डेय ने बताया कि पीडि़ता की तहरीर पर अंजली, अभिषेक भाटिया और राजीव सक्सेना के खिलाफ धारा 406 (विश्वास का अपराधिक हनन) और 420 (धोखाधड़ी) में रिपोर्ट दर्ज की गई है। इंस्पेक्टर ने बताया कि मामले की विवेचना एसआई गौरव शौल्य को सौंपी गई है।

शिक्षिका की आईडी के गलत इस्तेमाल होने की जानकारी मिली थी। उसी में नौबस्ता थाने को रिपोर्ट दर्ज करने के निर्देश दिए गए थे। इस मामले को क्राइम ब्रांच ट्रांसफर किया जाएगा। पुलिस जल्द ही इस गिरोह का भंडाफोड़ करेगी।बीपी जोगदंड पुलिस कमिश्नर

Posted By: Inextlive