प्रेमनगर स्थित प्राथमिक स्कूल में गुरुवार को पांचवीं का छात्र दो का पहाड़ा नहीं सुना पाया तो टीचर हैवान बन गया. उसने ड्रिल मशीन से छात्र को घायल कर दिया. आरोप है कि चलती मशीन हाथ में रगडऩे से बच्चा घायल हो गया है. बच्चे ने पूरा वाकया घर पर बताया तो शुक्रवार को पैरेंट्स ने स्कूल में जमकर हंगामा किया. सूचना मिलते ही बीएसए सुरजीत सिंह मौके पर पहुंचे और उन्हें किसी तरह शांत कराया. इस मामले की जांच के लिए तीन बीईओ की कमेटी बनाई है. आरोपी अनुदेशक को को तत्काल निष्कासित कर दिया गया है.

कानपुर (ब्यूरो) पीडि़त छात्र विवान ने बताया कि स्कूल में अनुज सर ने दो का पहाड़ा सुनाने के लिए कहा, लेकिन वह पहाड़ा नहीं सुना पाया। इस पर सर नाराज होकर ड्रिल मशीन चलाकर उसकी बांह पर रगडऩे लगे। पास में खड़े छात्र कृष्णा ने ड्रिल मशीन का प्लग बिजली के बोर्ड से हटाया तो मशीन रुक गई। लेकिन तब तक उसके बांह पर निशान पड़ गया। उसने बताया कि बहुत दर्द कर रहा है। उसके हाथ में काला निशान भी पड़ गया है।

बीएसए को बताई घटना
विवान ने घर पहुंचकर पूरी बात घरवालों को बताई। जिससे आक्रोशित बच्चे के पैरेंट्स शुक्रवार को स्कूल आए और आरोपी टीचर पर कार्रवाई की मांग करते हुए हंगामा करने लगे। मामला गंभीर होने के कारण सूचना मिलते ही बीएसए सुरजीत कुमार और बीईओ प्रेमनगर दीपक अवस्थी मौके पर पहुंचे और पैरेंट्स को शांत कराया। छात्र ने बीएसए को पूरी घटना भी बताई। जांच में आरोपी अनुदेशक की उपस्थिति भी दर्ज नहीं मिली। शिक्षकों ने कहा कि स्कूल में पुस्तकालय का काम चल रहा था, वहीं पर बच्चा ड्रिल मशीन की चपेट में आने से चुटहिल हो गया। वहीं अभिभावकों ने आरोप लगाया कि छात्र को मामूली उपचार देकर घर भेज दिया गया। टिटनेस का इंजेक्शन भी नहीं लगवाया।

सहायक अध्यापिका अलका त्रिपाठी के पास स्कूल का प्रभार था। उन्होंने किसी अधिकारी को सूचना नहीं दी। उन्हें व मरियम खातून को कारण बताओ नोटिस दिया है। आईबीटी नामक संस्था की ओर से अनुदेशक को प्री-वोकेशनल कोर्स कराने की जिम्मेदारी थी। जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई होगी।
- सुरजीत कुमार सिंह, बीएसए

Posted By: Inextlive