यूपी के टेक्निकल एजुकेशन डिपार्टमेंट से अंडर कंट्रोल सभी इंजीनियरिंग कॉलेजों और एकेटीयू में सेशन 2024-25 में एडमिशन के लिए अब काउंसलिंग हरकोर्ट बटलर टेक्निकल यूनिवर्सिटी एचबीटीयू कानपुर की ओर से कराई जाएगी. उत्तर प्रदेश शासन के ज्वाइंट सेक्रेटरी प्रभाकर चंद्र मिश्रा ने इस संबंध में एचबीटीयू के वीसी प्रोफेसर समशेर को लेटर जारी किया है. लेटर में काउंसलिंग के लिए समय से आवश्यक प्रोसिडिंग करने को कहा है

कानपुर (ब्यूरो)। यूपी के टेक्निकल एजुकेशन डिपार्टमेंट से अंडर कंट्रोल सभी इंजीनियरिंग कॉलेजों और एकेटीयू में सेशन 2024-25 में एडमिशन के लिए अब काउंसलिंग हरकोर्ट बटलर टेक्निकल यूनिवर्सिटी (एचबीटीयू) कानपुर की ओर से कराई जाएगी। उत्तर प्रदेश शासन के ज्वाइंट सेक्रेटरी प्रभाकर चंद्र मिश्रा ने इस संबंध में एचबीटीयू के वीसी प्रोफेसर समशेर को लेटर जारी किया है। लेटर में काउंसलिंग के लिए समय से आवश्यक प्रोसिडिंग करने को कहा है। शासन के इस फैसले से एचबीटीयू स्वयं के साथ-साथ एकेटीयू लखनऊ से एफिलिएटेड (गवर्नमेंट, एडेड और प्राइवेट) इंजीनियरिंग कॉलेज और एमएमएमटीयू गोरखपुर में एडमिशन के लिए काउंसलिंग कराएगा।

ऑनलाइन होगी काउंसलिंग
शासन के इस फैसले से एचबीटीयू को यूपी की टेक्निकल एजुकेशन में एक बड़ी जिम्मेदारी मिली है। अभी तक एकेटीयू लखनऊ से एफिलिएटेड कॉलेजों, एचबीटीयू कानपुर और एमएमएमटीयू गोरखपुर में एडमिशन के लिए स्टूडेंट्स को अलग-अलग काउंसलिंग करानी होती थी। बताते चलें कि एचबीटीयू की ओर से प्रदेश भर के लिए ऑनलाइन काउंसलिंग कराई जाएगी। किसी भी स्टूडेंट को एचबीटीयू कैंपस नहीं आना पड़ेगा।

750 से ज्यादा इंजीनियरिंग कॉलेज
प्रदेश में इंजीनियरिंग कॉलेजों की बात करें तो गवर्नमेंट, एडेड ओर प्राइवेट मिलकर 750 से ज्यादा कॉलेज एकेटीयू लखनऊ से एफिलिएटेड हैं। एकेटीयू प्रदेश की एक मात्र टेक्निकल यूनिवर्सिटी है जो इंजीनियरिंग कॉलेज को एफिलिएशन देती है। इसके अलावा एचबीटीयू कानपुर और एमएमएमटीयू गोरखपुर से कोई भी कॉलेज एफिलिएटेड नहीं है। यह दोनों यूनिवर्सिटी केवल कैंपस में इंजीनियरिंग कोर्सेज को रन कराती हैं। बताते चलें कि यह तीनों यूनिवर्सिटी जेईई मेन और सीयूईटी के आधार पर एडमिशन देती हैं।

सिर्फ एक काउंसलिंग की फीस
जेईई मेन या सीयूईटी पास करने के बाद मनचाही ब्रांच पाने के लिए स्टूडेंट्स को तीनों यूनिवर्सिटी में एडमिशन के लिए अलग-अलग काउंसलिंग प्रोसेस को फॉलो करना होता था। अलग-अलग काउंसलिंग प्रक्रिया फॉलो करने के लिए स्टूडेंट्स को तीनों यूनिवर्सिटीज को अलग-अलग फीस भी पे करनी होती थी। पूरे प्रदेश में एडमिशन के लिए काउंसलिंग की जिम्मेदारी एचबीटीयू के पास आने के बाद स्टूडेंट को केवल एक काउंसलिंग प्रक्रिया में पार्टिसिपेट करना होगा। च्वॉइस फिलिंग में स्टूडेंट्स को तीनों यूनिवर्सिटीज को अलग-अलग सिलेक्ट करने का मौका मिलेगा।

एचबीटीयू को इकोनॉमिकल बेनीफिट
पूरे प्रदेश में एडमिशन की काउंसलिंग की जिम्मेदारी एचबीटीयू के पास आने के बाद संस्थान को बड़ा इकोनॉमिकल बेनीफिट होगा। एचबीटीयू के साथ-साथ, एकेटीयू से एफिलिएटेड कॉलेज और एमएमएमटीयू गोरखपुर में एडमिशन के लिए इच्छुक स्टूडेंट्स को काउंसलिंग के लिए एचबीटीयू को फीस पे करनी होगी। इन तीनों यूनिवर्सिटी की काउंसलिंग में लाखों कैंडिडेट पार्टिसिपेट करते हैं।

दो से तीन करोड़ रुपए मिलेंगे
कॉलेज और सीटों की संख्या ज्यादा होने के चलते सबसे ज्यादा काउंसलिंग फीस एकेटीयू से एफिलिएटेड कॉलेज में एडमिशन के लिए काउंसलिंग प्रक्रिया से मिलेगी। ऐसे में माना जा रहा है कि पूरे यूपी इंजीनियरिंग कॉलेज के लिए कराई जा रही काउंसलिंग से एचबीटीयू को लगभग दो से तीन करोड रुपए फीस मिलेगी।


इंजीनियरिंग, आर्किटेक्चर, मैनेजमेंट और फार्मेसी के लिए होगी काउंसलिंग
एचबीटीयू की ओर से कराई जाने वाली काउंसलिंग इंजीनियरिंग, आर्किटेक्चर, मैनेजमेंट और फार्मेसी कोर्सेज के लिए होगी। इन सभी कोर्सेज को चलाने वाले मैक्सिमम कॉलेज एकेटीयू लखनऊ से एफिलिएटेड हैं। काउंसलिंग प्रक्रिया को यूजी और पीजी दोनों तरह के कोर्सों के लिए किया जाएगा।

Posted By: Inextlive