कानपुर नगर में फूड टूरिज्म को विकसित किया जाए. इसके लिए शहर के कारोबारी फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट मिलकर एक प्रोग्राम तैयार करें. फूड सेफ्टी डे पर आयोजित प्रोग्राम में डीएम विशाख जी ने बताया कि जल्द ही शहर में फूड सेफ्टी जांच के लिए टेस्टिंग लैब तैयार की जा रही है. सभी सैैंपल की जांच के लिए अब बाहर नहीं जाना होगा बल्कि शहर में तैयार की गई लैब में उसकी टेस्टिंग होगी और जल्द ही उसका रिजल्ट भी मिल सकेंगा.


कानपुर (ब्यूरो)। कानपुर नगर में फूड टूरिज्म को विकसित किया जाए। इसके लिए शहर के कारोबारी फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट मिलकर एक प्रोग्राम तैयार करें। फूड सेफ्टी डे पर आयोजित प्रोग्राम में डीएम विशाख जी ने बताया कि जल्द ही शहर में फूड सेफ्टी जांच के लिए टेस्टिंग लैब तैयार की जा रही है। सभी सैैंपल की जांच के लिए अब बाहर नहीं जाना होगा बल्कि शहर में तैयार की गई लैब में उसकी टेस्टिंग होगी और जल्द ही उसका रिजल्ट भी मिल सकेंगा।

बन रही टेस्टिंग लैब
डीएम विशाख जी ने कहा कि होटल व रेस्टोरेंट हाईजीन रेङ्क्षटग सर्टिफिकेट जरूर ले। जिससे उनके यहां बन रही फूड प्रोडक्ट्स पर कंज्यूमर्स फेथ कर सकें। वल्र्ड फूड सेफ्टी डे के मौके पर आईआईए भवन में एक प्रोग्राम का आयोजन किया गया। जिसमें डीएम विशाख जी ने बताया कि जल्द ही फूड आइटम्स के सैंपल्स की जांच सिटी में भी हो सकेगी। इसके लिए टेङ्क्षस्टग लैब का निर्माण तेजी से किया जा रहा है।

फूड टूरिज्म को डेवलप किया जाए
उन्होंने फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट से कहा कि हाईजीन रेङ्क्षटग के लिए होटल, रेस्टोरेंट एसोसिएशन के साथ समन्वय बनाकर काम किया जाए। इसके साथ ही कंज्यूमर्स को भी इसकी जानकारी दी जाए। खाद्य कारोबारी और उद्यमियों को जोड़ कर शहर में फूड टूरिज्म विकसित किया जाए। इस मौके पर डा। संदीप पाटिल, डा। अनुराग ङ्क्षसह, विजय प्रताप ङ्क्षसह, उद्यमियों में सुनील वैश्य, नवीन खन्ना, दिनेश बरासिया, संदीप सावलानी आदि रहे।

Posted By: Inextlive