एडिशनल एजुकेशन डायरेक्टर एडी माध्यमिक की फेक ईमेल से डीआईओएस को आदेश भेजकर फर्जी टीचर्स की ज्वाइनिंग के मामले में ट्यूजडे को नया खुलासा हुआ. पड़ताल में पता चला कि यदि 16 मार्च को आचार संहिता न लगी होती तो पैनल वाले सभी नौ फर्जी टीचर ज्वाइनिंग ले सकते थे. 12 मार्च को डीआईओएस अरुण कुमार ने पैनल में नाम वाले सात कैंडीडेट्स की ज्वाइनिंग की प्रोसीडिंग कर दी थी.

कानपुर (ब्यूरो)। एडिशनल एजुकेशन डायरेक्टर (एडी) माध्यमिक की फेक ईमेल से डीआईओएस को आदेश भेजकर फर्जी टीचर्स की ज्वाइनिंग के मामले में ट्यूजडे को नया खुलासा हुआ। पड़ताल में पता चला कि यदि 16 मार्च को आचार संहिता न लगी होती तो पैनल वाले सभी नौ फर्जी टीचर ज्वाइनिंग ले सकते थे। 12 मार्च को डीआईओएस अरुण कुमार ने पैनल में नाम वाले सात कैंडीडेट्स की ज्वाइनिंग की प्रोसीडिंग कर दी थी। आचार संहिता लग जाने के कारण स्कूल मैनेजर ने उनको नियुक्ति पत्र नहीं जारी किया। मामले की जानकारी होने पर डीआईओएस ने अपने आदेश को भी कैंसिल कर दिया है। मामला तूल पकडऩे के बाद दो कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया गया।

दर्ज हो चुकी है एफआईआर
इससे पहले नवंबर महीने में डीआईओएस सेकेंड मुन्नीलाल की ओर से बालिका विद्यालयों में दो टीचरों की ज्वाइनिंग संसूचना स्कूल मैनेजर को भेजने के बाद दो टीचर्स में से रिक्षा पांडेय ने मार्च में आर्य कन्या इंटर कॉलेज गोविंद नगर और दिसंबर 2023 में मदन मोहन अग्रवाल इंटर कॉलेज किदवई नगर में विनीता देवी ने ज्वाइनिंग भी कर ली थी। पूरे मामले में डीआईओएस की ओर से फेक ईमेल से जारी पैनल में शामिल सभी नौ कैंडीडेट्स के खिलाफ कर्नलगंज थाने में एफआईआर भी दर्ज हो चुकी है।

बोर्ड ने कहा, हमने नहीं भेजा कोई पैनल
पूरे मामले का खुलासा आर्य कन्या इंटर कालेज गोविंदनगर के मैनेजर शुभ कुमार वोहरा की ओर से रिक्षा पांडेय के सत्यापन को लेकर भेजे गए पत्र के बाद हुआ है। मैनेजर के लेटर पर उप सचिव, उप्र माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड ने 25 अप्रैल को डीआईओएस सेकेंड को लेटर जारी करते हुए लिखा कि बोर्ड की ओर से इनका कोई पैनल जारी नहीं किया गया है। उक्त अभ्यर्थी को नियुक्ति पत्र किस आधार पर जारी किया गया है, इसकी जानकारी चयनबोर्ड और निदेशालय को दें।

कानपुर मेें ही बुना गया फर्जीवाड़े का तानाबाना?
पूरे मामले में अफसरों की ओर से फेक ईमेल के आईपी, लोकेशन और भेजने वाले का पता लगाने को लेकर कोई भी कोशिश नहीं की जा रही है। डीआईओएस की ओर से दी गई तहरीर मेें भी इसका कोई जिक्र नहीं है। डीआईओएस ऑफिस में पूरे मामले को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है। अंदरखाने में चर्चा है कि फेक ईमेल बनाकर फेक पैनल जारी करने का पूरा तानाबाना कानपुर में ही बुना गया है। इसमें एक रिटायर्ड डीआईओएस की भूमिका भी है। इसके अलावा कई लोग शामिल हैैं। यही कारण है कि मामले में फेक ईमेल की पड़ताल को लेकर कोई कोशिश नहीं की जा रही है।

एक ने रिजाइन किया दूसरी छुट्टïी पर
फेक ईमेल मेें जारी पैनल में आर्य कन्या इंटर कालेज में नौकरी पाने वाली रिक्षा ने रिजाइन कर दिया है। वहीं मदन मोहन अग्रवाल इंटर कालेज में नौकरी पाने वाली विनीता अवकाश पर हैैं।

Posted By: Inextlive