पाकिस्तान के रक्षा मंत्री चौधरी अहमद मुख़्तार ने कहा है कि भारत ने पिछले कुछ सालों के दौरान अपनी सेना को जिस तरह विकसित किया है उसे देखते हुए पाकिस्तान के लिए उससे लंबी लड़ाई लड़ना मुश्किल है.

बीबीसी से एक विशेष बातचीत में पाकिस्तानी रक्षा मंत्री का कहना था, “पहले भारत और पाकिस्तान 22 दिनों तक लगातार लड़ सकते थे। अब भारत ने काफ़ी हथियार जुटाए हैं तो शायद वो 45 दिनों तक लड़ सकते है। पर हम नहीं कर सकेंगे.”उन्होंने आगे कहा कि भारतीय अर्थव्यस्था पाकिस्तान से छह-सात गुना बड़ी है और उनकी अर्थव्यवस्था भी तेज़ी से बढ़ी है.उनका कहना था, "हम अगर दोनों फ़ौजों की तुलना करें या हथियारों की तुलना करें तो हम शायद उतने सक्षम नहीं हैं."
जब उनसे पूछा गया कि पाकिस्तान जब भारत का मुक़ाबला नहीं कर सकता तो फिर दोनों देशों के बीच स्थिति बेहतर क्यों नहीं होती है तो उनका कहना था, "भारत के साथ बातचीत शुरु हुई है और दोनों देशों के लोग अब आसानी से एक दूसरे के देश जा रहे हैं.” उन्होंने आगे कहा कि किसी ने सोचा भी नहीं था कि कोई पाकिस्तान से वाघा सीमा के रास्ते अमतृसर जाएगा। उनका कहना था, "अब ये हक़ीकत है और इस तरह की गतिविधियाँ हो रही हैं।

उन्होंने कहा कि दुर्भाग्यवश दोनों देशों के बेहतर होते संबंधों के बीच कर्गिल और मुंबई जैसी घटनाएँ हो जाती हैं और कुछ ऐसे तत्व हैं जो यह करवाते हैं क्योंकि वो नहीं चाहते कि इस क्षेत्र में शांति हो।

'ओसामा की मौत'

ओसामा बिन लादेन की मौत पर बात करते हुए चौधरी अहमद मुख़्तार ने कहा कि ऐबटाबाद में हुई अमरीकी कार्रवाई में सुरक्षा की कोई चूक नहीं थी। उन्होंने कहा, “ऐबटाबाद की घटना में कोई चूक नहीं थी और उन्होंने आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया जिससे उन्हें रोकना काफ़ी मुश्किल हो गया था.”
अफ़ग़ानिस्तान समस्या के हल पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि इसके लिए बातचीत की प्रक्रिया में अफ़ग़ानिस्तान और पाकिस्तान के तालिबान को शामिल किया जाएगा.उन्होंने कहा, “सरकार को पता है कि तालिबान कहाँ हैं इसलिए उनसे मिलना मुश्किल नहीं है। अफ़ग़ानिस्तान की समस्या के हल केलिए सभी तालिबान से बातचीत होगी.”
'पाक पर करज़ई के आरोप'
अफ़ग़ानिस्तान के राष्ट्रपति हामिद करज़ई की ओर से पाकिस्तान पर लगाए गए आरोपों पर उन्होंने कहा कि अफ़ग़ान राष्ट्रपति के बयान में कोई हक़ीकत नहीं है और पिछले हफ़्ते राष्ट्रपति ज़रदारी की उनसे अच्छी बातचीत हुई है। ग़ौरतलब है कि अफ़ग़ानिस्तान के राष्ट्रपति हामिद करज़ई ने पाकिस्तान पर आरोप लगाया था कि पिछले तीन हफ़्तों में पाकिस्तान की ओर से अफ़ग़ानिस्तान के भीतर 450 रॉकेट दागे गए हैं। अफ़ग़ानिस्तान के अधिकारियों का कहना था कि इन हमलों में 12 बच्चों समेत 36 लोग मारे गए हैं.ये रॉकेट कुनाड़ और नंगरहार प्रांतों में दागे गए थे जहाँ से नैटों की सेनाओं की वापसी हो चुकी है।

अफ़ग़ानिस्तान के अधिकारियों का कहना था कि इन इलाक़ों में अब पाकिस्तान तालिबान घुस गए हैं.ग़ौरतलब है कि अफ़ग़ान राष्ट्रपति हामिद करज़ई ने ये मामला पाकिस्तानी राष्ट्रपति आसिफ़ अली ज़रदारी के समक्ष शनिवार को उठाया था।

Posted By: Inextlive