आई एक्सक्लूसिव

-स्मार्ट सिटी के तहत दर्जनों ट्रैफिक सिग्नल मोहल्लों में लगा दिए गए, उन रास्तों पर रोज 500 व्हीकल का भी लोड नहीं

-कंट्रोल एंड कमांड सेंटर के तहत 50 जंक्शन पर लगाए जा रहे हैं ट्रैफिक सिग्नल, खपाया जा रहा करोड़ों का बजट

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KANPUR : कानपुर स्मार्ट सिटी में आंख मूंद कर काम हो रहे हैं। करोड़ों का बजट खपा कर गली, मोहल्लों में भी ट्रैफिक सिग्नल लगाए जा रहे हैं। जबकि ऐसे कई स्थानों पर जरूरत ही नहीं है। कंट्रोल कमांड सेंटर के तहत 50 जंक्शन पर येलो पोल में ट्रैफिक सिग्नल लगाए गए हैं। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट टीम ने सेंट्रल पार्क शास्त्री नगर, सत्यम विहार और जनता नगर पुलिस चौकी रोड पर ट्रैफिक लोड चेक किया। मौके पर 1 घंटे के दौरान 196 से ज्यादा व्हीकल भी नहीं गुजरे। सोर्सेज के मुताबिक एक चौराहे पर ट्रैफिक सिग्नल लगाने में 10 लाख से ज्यादा खर्च आ जाता है। वहीं न तो यहां ट्रैफिक सिग्नल प्रॉपर जलते हैं और न ही यहां जेब्रा क्रॉसिंग बनाई गई हैं।

ट्रैफिक नॉ‌र्म्स ही नहीं पूरे

शासन और प्रशासन ट्रैफिक नॉ‌र्म्स को पूरा नहीं कर रहा है। अधिकांश जगहों पर न तो ट्रैफिक सिग्नल प्रॉपर जलते हैं और न ही कहीं जेब्रा क्रॉसिंग बनी हैं। वहीं सेंट्रल पार्क शास्त्रीनगर में आईटीएमएस भी लगाया गया है। इससे लोगों के ऑनलाइन चालान भी काटे जा रहे हैं।

आईटीएमएस भी बेकार

केडीए ने 32 करोड़ से सिटी के 67 चौराहों पर इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (आईटीएमएस)) लगाया था। ओनिक्स कंपनी ने इन सिग्नल्स को लगाया था। 5 साल से पहले ही ये पूरा सिस्टम बैठ चुका है। स्मार्ट सिटी की नोडल ऑफिसर पूजा त्रिपाठी के मुताबिक 398 करोड़ से बन रहे कंट्रोल एंड कमांड सेंटर के तहत ही 50 जंक्शन पर ट्रैफिक सिग्नल लगाए गए हैं। इनको लगाने को लेकर सर्वे काफी पहले हुआ था। अगर, ट्रैफिक लोड नहीं है तो इनका रिव्यू किया जा सकता है।

गुरुदेव चौराहे पर डबल लाइट

ट्रैफिक लाइट्स लगाने को लेकर इतनी अंधेरगर्दी हुई है कि गुरुदेव चौराहे पर 2-2 ट्रैफिक सिग्नल ऑपरेट हो रही हैं। पहले केडीए ने आईटीएमएस के तहत लाइट्स लगाई और स्मार्ट सिटी के तहत भी ट्रैफिक लाइट्स लगा दी गई हैं। दोनों ही सिग्नल एक टाइम पर अलग-अलग इंडीकेशन शो करती हैं, ऐसे में राहगीर कंफ्यूज रहते हैं कि रुकना है कि जाना है।

ये है ट्रैफिक सिग्नल्स का सच

1. सेंट्रल पार्क शास्त्री नगर

सेंट्रल पार्क के चारों ओर मोहल्ले का ही ट्रैफिक रहता है। 12 से 1 के बीच में 70 टू-व्हीलर और 80 फोर व्हीलर निकली। यहां ट्रैफिक सिग्नल्स प्रॉपर जलते हुए नहीं मिले।

2. जनता नगर पुलिस चौकी

शास्त्री चौक से बाईपास की तरफ बढ़ने पर चौकी के पास ट्रैफिक सिग्नल लगे थे। 2 से 3 बजे के बीच 80 टूव्हीलर और 67 फोर व्हीलर ही गुजरीं। यहां सिर्फ ग्रीन सिग्नल ही चालू मिला।

3. फजलगंज फायर स्टेशन तिराहा

विजय नगर से सीटीआई की तरफ बढ़ने पर फायर स्टेशन के पास बने तिराहे पर ट्रैफिक सिग्नल लगा था, लेकिन लाइट जलती हुई नहीं मिली। यहां ट्रैफिक लोड काफी था।

4. सत्यम विहार

जीटी रोड से बगिया क्रॉसिंग रोड में अंदर की तरफ बनी रोड पर तिराहों पर 2 ट्रैफिक सिग्नल लगे हैं। इस रोड पर 3 से 4 बजे के बीच 98 टू-व्हीलर और 76 फोर व्हीलर गुजरीं। यहां भी न तो सिग्नल जलते मिले और न ही जेब्रा क्रॉसिंग बनी है।

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सिग्नल्स लगाने को लेकर काफी पहले सर्वे हुआ था। इसकी उपयोगिता की जांच की जाएगी। इनको कहीं और शिफ्ट करने पर भी विचार किया जा सकता है।

-अक्षय त्रिपाठी, नगर आयुक्त।

स्मार्ट सिटी के तहत जहां सिग्नल लगाए गए हैं, अगर उन जगहों पर ट्रैफिक लोड नहीं है तो उनका रिव्यू किया जाएगा। इसके बाद उन पर फैसला लिया जा सकता है।

-पूजा त्रिपाठी, नोडल ऑफिसर, कानपुर स्मार्ट सिटी।

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मैं तो देखकर हैरान हूं कि ऐसी जगह पर सिग्नल लगाए हैं, जहां इनको कोई देखने वाला नहीं है। सिग्नल्स प्रॉपर जलते भी नहीं हैं।

-पुष्पेंद्र सिंह, बर्रा

इन सिग्नल्स को देखकर लगता है कि स्मार्ट सिटी में किस तरह से बजट ठिकाने लगाया जा रहा है। इसकी जांच की जानी चाहिए।

-सौरभ पाठक, फजलगंज

सिटी में कई ऐसे चौराहे हैं, जहां इन सिग्नल्स का बेहतर यूज हो सकता था। लेकिन कोई देखने वाला नहीं है। सिर्फ धांधली की जा रही है।

-शुभम दीक्षित, शास्त्री नगर

Posted By: Inextlive