बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि बिहार में अगर बिजली की स्थिति नहीं सुधरी तो वो लोगों के पास वोट मांगने नहीं जाएंगें.

नीतीश कुमार ने ये बयान जनता दल यूनाइटेड और भारतीय जनता पार्टी के गठबंधन की बिहार सरकार की दूसरी वर्षगांठ पर सरकार का रिपोर्ट कार्ड पेश करते हुए दिया। इस मौके पर बोलते हुए नीतीश कुमार ने कहा, “मैंने सार्वजनिक मंच पर कहा है कि अगर मैं बिहार में बिजली की स्थिति को सुधारने में असफल होता हूं तो मैं अगले विधानसभा चुनावों में मतदाताओं के सामने वोट मांगने नहीं जाऊंगा”

नीतीश कुमार ने माना है कि बिहार में अब भी बिजली की कमी है। नीतीश कुमार ने कहा कि ये समस्या उनकी सरकार के लिए बड़ी चुनौती हैं और औद्योगिक निवेश की कमी के पीछे भी मुख्य वजह बिजली की कमी हैं। हाल ही में अधिकार रैली के वक्त विरोध का सामना करने वाले नीतीश कुमार ने कहा, “कुछ लोग बहकावे में आकर गलत प्रचार कर रहे हैं और परेशानी खड़ा करना चाहते हैं, लेकिन उनके प्रयास उन पर ही भारी पड़ रहे हैं.”

हाल ही के दिनों में नीतीश कुमार को लालू यादव और रामविलास पासवान के तीखे बयानों का सामना करना पड़ा है। इसके अलावा अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनवाते हुए नीतीश कुमार ने कहा की प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में आने वाले लोगों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। साथ ही अस्पताल में पैदा होने वाले बाच्चों की संख्या भी 14 लाख के पार पहुंच गई है जोकि पहले एक लाख 12 हज़ार ही थी।

इस मौके पर नीतीश कुमार ने दावा किया कि बिहार में हर रोज़ 35 किलोमीटर सड़क बनाई जा रही हैं और अगले पांच साल में 34114 किलोमीटर सड़क बनाई जाएगी जिससे 250 लोगों से ज्यादा की आवादी का हर गांव को सड़क से जोड़ा जाएगा। नीतीश कुमार जब ये उपलब्धियां गिना रहे थे तब उनके साथ उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी और उनकी पूरी कैबिनट उनके साथ मौजूद थी।

Posted By: Inextlive